Reported By: Arun Soni
,Balrampur Custodial Death / Image Source : IBC24
Balrampur Custodial Death बलरामपुर : ज़िले के कोतवाली पुलिस की कस्टडी में हुए युवक की मौत का मामला अब तूल पकड़ चुका है। मौत के पांचवें दिन भी मृतक की डेड बॉडी का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है और परिजन अब भी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं। इसी बीच IBC24 के हाथ एक अहम दस्तावेज़ लगे हैं, जो अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज के हैं। इन दस्तावेज़ों में यह पुष्टि हुई है कि मृतक सिकल सेल की गंभीर बीमारी से पीड़ित था।
Balrampur Custodial Death IBC24को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज से मिले दस्तावेज़ में स्पष्ट रूप से लिखा है कि बीते सालों में मृतक उमेश सिंह कुल 34 बार इलाज के लिए भर्ती हुआ था। मेडिकल रिकॉर्ड के अनुसार वह लंबे समय से सिकल सेल की गंभीर बीमारी से जूझ रहा था। और उसे दो बार ब्लड चढ़ाया जा चुका था।
Balrampur Custodial Death दरअसल, चोरी के आरोप में कोतवाली पुलिस की टीम उमेश सिंह को पूछताछ के लिए बलरामपुर लेकर आ रही थी। रास्ते में उसकी अचानक तबीयत बिगड़ गई और जिला अस्पताल बलरामपुर में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाया। उनका कहना है कि पुलिस की पिटाई के कारण ही उमेश सिंह की मौत हुई। परिजन 1 करोड़ रुपये मुआवज़े की मांग कर रहे हैं। हालांकि इस मामले में आईजी दीपक कुमार झा ने बड़ा एक्शन लेते हुए साइबर सेल निरीक्षक समेत 4 पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर दिया है।