Chhattisgarh Naxal Encounter: माओवादियों का शीर्ष नेतृत्व ढेर, अब बस्तर में 45 से घटकर बचे सिर्फ 15 बड़े लीडर, IG सुंदरराज बोले- आत्मसमर्पण ही आखिरी रास्ता

माओवादियों का शीर्ष नेतृत्व ढेर, अब बस्तर में 45 से घटकर बचे सिर्फ 15 बड़े लीडर...Chhattisgarh Naxal Encounter: Top Maoist leadership killed

Chhattisgarh Naxal Encounter: माओवादियों का शीर्ष नेतृत्व ढेर, अब बस्तर में 45 से घटकर बचे सिर्फ 15 बड़े लीडर,  IG सुंदरराज बोले- आत्मसमर्पण ही आखिरी रास्ता

Chhattisgarh Naxal Encounter | Image Sopurce | IBC24

Modified Date: June 20, 2025 / 02:21 pm IST
Published Date: June 20, 2025 2:20 pm IST
HIGHLIGHTS
  • बस्तर में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी,
  • शीर्ष नेतृत्व को लगातार पहुंचा रहे करारा झटका- IG सुंदरराज पी.
  • नक्सलियों के 45 बड़े नेताओं में से 15 ही बचें-IG सुंदरराज पी.

केशकाल : Chhattisgarh Naxal Encounter:  छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में माओवादी संगठन के खिलाफ सुरक्षाबलों की निर्णायक और प्रभावी कार्रवाई लगातार जारी है। आईजी सुंदरराज पी. ने जानकारी देते हुए बताया कि कुछ साल पहले तक बस्तर के घने जंगलों में माओवादियों के केंद्रीय समिति और पोलित ब्यूरो के लगभग 45 बड़े नेता सक्रिय थे। लेकिन सुरक्षाबलों की लगातार और सटीक कार्रवाई के चलते इनकी संख्या घटकर अब केवल 15 के आसपास रह गई है।

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Chhattisgarh Naxal Encounter:  आईजी सुंदरराज के अनुसार विशेष रूप से वर्ष 2024-25 के दौरान सुरक्षाबलों ने माओवादी संगठन के शीर्ष नेतृत्व को जबरदस्त नुकसान पहुंचाया है। इस दौरान कई कुख्यात और वांछित माओवादी कमांडर मुठभेड़ में ढेर हुए। जिन प्रमुख नामों का खात्मा हुआ है, उनमें माओवादी महासचिव बसवा राजू, चलपति, सुधाकर, दीपक टेलतुमड़े, रमन्ना, रामकृष्णा, हरिभूषण, सुर्दशन और उदय जैसे शीर्ष नेता शामिल हैं।

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Chhattisgarh Naxal Encounter:  आईजी ने कहा कि माओवादियों के पास अब केवल एक ही रास्ता बचा है हिंसा का त्याग करें हथियार छोड़ें और आत्मसमर्पण कर लोकतांत्रिक मुख्यधारा में शामिल हों। अन्यथा उनका अंजाम तय है और उनका अंत अब निकट आ चुका है।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

टिकेश वर्मा- जमीनी पत्रकारिता का भरोसेमंद चेहरा... टिकेश वर्मा यानी अनुभवी और समर्पित पत्रकार.. जिनके पास मीडिया इंडस्ट्री में 12 वर्षों से अधिक का व्यापक अनुभव हैं। राजनीति, जनसरोकार और आम लोगों से जुड़े मुद्दों पर बेबाकी से सरकार से सवाल पूछता हूं। पेशेवर पत्रकारिता के अलावा फिल्में देखना, क्रिकेट खेलना और किताबें पढ़ना मुझे बेहद पसंद है। सादा जीवन, उच्च विचार के मानकों पर खरा उतरते हुए अब आपकी बात प्राथिकता के साथ रखेंगे.. क्योंकि सवाल आपका है।