जगदलपुर : बस्तर में मनाया जाने वाला दशहरा पर्व देश-विदेश मैं अपनी भव्यता के को लेकर एक अलग पहचान रखता है, हर वर्ष सभी कार्यक्रमों को संपन्न कराने के लिए बस्तर दशहरा समिति लाखों रुपए खर्च करती है, बीते कुछ वर्षों से बस्तर दशहरा समिति उधारी में चल रही है बताया जाता है कि वर्ष 2011 से लेकर 2021 तक तकरीबन एक करोड़ रुपए की उधारी बस्तर दशहरा समिति के ऊपर बन गई है, बीते 11 वर्षों में दशहरा उत्सव को संपन्न कराने के लिए समिति ने व्यापारियों से टेंडर मंगवा कर उधारी में समान प्राप्त किया जिसकी राशि अब तक भुगतान नहीं की जा सकी है।
ऐसे में बस्तर दशहरा समिति द्वारा किए जा रहे आर्थिक प्रबंधन को लेकर सवाल उठ रहे हैं प्रतिवर्ष दशहरा मनाने के लिए 80 लाख रुपए समिति के द्वारा खर्च किए जाते हैं , संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग विगत 10 वर्षों से बस्तर दशहरा के लिए प्रतिवर्ष 25 लाख रुपए जारी कर रहा है वही एनएमडीसी के सीएसआर मदद से भी आठ से दस लाख रुपए की मदद मिलती है , प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद से बस्तर दशहरा की पदेन अध्यक्ष बस्तर सांसद दीपक बैज दशहरा में किसी भी प्रकार से उधारी की स्थिति ना होने का दावा करते आ रहे हैं हालांकि उन्होंने भी माना कि बीते वर्ष का 6 लाख रुपए बकाया है जिसका मुख्य कारण बिल समय पर ना मिलना हो सकता है।