Publish Date - June 8, 2025 / 11:51 PM IST,
Updated On - June 8, 2025 / 11:54 PM IST
SarkaronIBC24, image source: ibc24
HIGHLIGHTS
RSS से लौटे नेताम ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया, जिससे कांग्रेस में मतभेद उजागर हुए।
PCC अध्यक्ष दीपक बैज को खुलेआम निशाना बना कर पार्टी अनुशासन पर सवाल उठाया गया।
धर्मांतरण पर कांग्रेस की स्थिति असमंजस में दिख रही है, जिससे पार्टी के अंदरूनी संकट और बढ़ सकते हैं।
रायपुरः धर्मांतरण के मुद्दे पर कांग्रेस के अंदर ही फूट पड़ गई है। पार्टी के कद्दावर नेता और इंदिरा सरकार में मंत्री रह चुके अरविंद नेताम अपने ही नेताओं पर हमलावर हो गए हैं। नागपुर के RSS मुख्यालय से छत्तीसगढ़ लौटे नेताम ने पहले धर्मांतरण को लेकर बीजेपी-RSS के पक्ष में खुलकर बयान दिया तो अब PCC चीफ बैज को ही निशाने पर ले लिया। दोनों के बीच शनिवार को शुरू हुई जुबानी जंग रविवार को भी नहीं थमी और जमकर जुबानी तीर चले।
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर जारी सियासी घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। कांग्रेस नेता अरविंद नेताम ने इसे और तूल दे दिया है। दरअसल नागपुर के RSS मुख्यालय से लौटे नेताम ने दीपक बैज को ईसाई धर्म में कन्वर्ट बता दिया। वन मंत्री केदार कश्यप ने भी नेताम की बात का समर्थन कर दिया, जिससे बैज और नेताम के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। PCC चीफ बैज ने नेताम और केदार कश्यप को चुनौती दी कि वो ईसाई धर्म में कन्वर्ट होने के अपने आरोपों को साबित करके दिखाएं नहीं तो बस्तर की जनता से माफी मांगे।
दीपक बैज ने चुनौती दी तो अरविंद नेताम ने भी कांग्रेस से धर्मांतरण पर अपना रुख साफ करने की नसीहत दे डाली। छत्तीसगढ़ कांग्रेस में पहले से ही इस बात को लेकर खलबली थी कि अरविंद नेताम को नागपुर के RSS मुुख्यालय बुलाया गया। इस प्रस्ताव को नेताम ने स्वीकार भी कर लिया। वहां धर्मांतरण रोकने आदिवासियों और RSS के बीच दूरी पाटने की बात कही। अब बैज पर निशाना साधकर नेताम ने खुली जंग छेड़ दी है… कांग्रेस नेता अरविंद नेताम कभी इंदिरा गांधी की सरकार में कैबिनेट मंत्री हुआ करते थे लेकिन अब उनके रुख से साफ है कि कांग्रेस और नेताम के रास्ते अलग-अलग हो चुके हैं।
नेताम एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता हैं जो इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने हाल ही में धर्मांतरण के मुद्दे पर RSS के पक्ष में बयान देकर PCC अध्यक्ष दीपक बैज पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
क्या अरविंद नेताम ने पार्टी छोड़ी है?
नहीं, उन्होंने औपचारिक रूप से कांग्रेस नहीं छोड़ी है लेकिन उनका रुख पार्टी लाइन से भिन्न होता जा रहा है।
दीपक बैज ने क्या प्रतिक्रिया दी?
उन्होंने नेताम और केदार कश्यप को चुनौती दी है कि वे अपने आरोप साबित करें, वरना बस्तर की जनता से माफी मांगें।
क्या कांग्रेस में इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान आया है?
अब तक कांग्रेस नेतृत्व की ओर से इस पर कोई ठोस आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, जिससे स्थिति और उलझी हुई है।
आगे क्या हो सकता है?
यदि पार्टी नेताम के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं करती, तो यह टकराव और बड़ा रूप ले सकता है और आगामी चुनावों में आंतरिक नुकसान का कारण बन सकता है।