Chhattisgarh News: दूरस्थ आदिवासी अंचलों को स्वास्थ्य की नई राह, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों को दिखाई हरी झंडी

Chhattisgarh News: “पीएम जनमन” के तहत बुधवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

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  • Publish Date - December 31, 2025 / 03:04 PM IST,
    Updated On - December 31, 2025 / 03:43 PM IST

Chhattisgarh News/Image Credit: CG DPR

HIGHLIGHTS
  • सीएम विष्णुदेव साय ने 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों को दिखाई हरी झंडी।
  • दूरस्थ आदिवासी अंचलों में आसानी से पहुंचेगी स्वास्थ्य सेवाएं।
  • मरीजों को मिलेगा बेहतर इलाज।

Chhattisgarh News: रायपुर: दूरस्थ और घने वनांचल वाले आदिवासी क्षेत्रों में अब स्वास्थ्य सेवाएँ लोगों के दरवाज़े तक पहुँचेंगी। प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान “पीएम जनमन” के तहत बुधवार को नवा रायपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल सहित मंत्रिमंडल के सदस्य, जनप्रतिनिधि और विभागीय अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

गाँवों व बसाहटों तक पहुंचेगी स्वास्थ्य सुविधाएं

Chhattisgarh News: मोबाइल मेडिकल यूनिटों के संचालन से विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (पीवीटीजी) तक नियमित स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने की तैयारी पूरी कर ली गई है। सरकार का मानना है कि दुर्गम अंचलों में रहने वाले समुदायों को अस्पताल तक पहुँचने में आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए यह व्यवस्था स्वास्थ्य सुविधाओं को सीधे उनके गाँवों व बसाहटों तक पहुँचाएगी।

मोबाइल मेडिकल यूनिटों की तैनाती से प्रदेश के 18 जिलों के 2100 से अधिक गाँवों और बसाहटों तक नियमित स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाई जाएँगी। इससे दो लाख से अधिक विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTG) आबादी को प्रत्यक्ष लाभ मिल सकेगा।

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सीएम साय ने कही ये बात

Chhattisgarh News: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में रहने वाले परिवारों के लिए अब इलाज और जाँच की सुविधा गाँव में ही उपलब्ध होगी। उन्होंने इस पहल को आदिवासी समुदायों की “सर्वांगीण भागीदारी और स्वास्थ्य सुरक्षा का ठोस आधार” बताया।

मुख्यमंत्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए यह गौरव का दिन है। समाज में आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक प्रत्येक दृष्टिकोण से पिछड़े लोग विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग हैं। छत्तीसगढ़ में निवासरत 3 करोड़ की आबादी में विशेष पिछड़ी जनजाति के 2 लाख 30 हजार लोग 18 जिलों के 21 सौ बसाहटों में निवासरत हैं। यह मोबाइल मेडिकल यूनिट उनके लिए वरदान साबित होगा। इन सर्वसुविधा-संपन्न 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से यह कार्य आसान होगा। इस यूनिट में डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्निशियन और स्थानीय वालंटियर उपस्थित होंगे। इस यूनिट में 25 तरह की जाँच सुविधाएँ तथा 106 तरह की दवाइयाँ निःशुल्क उपलब्ध होंगी।

मुख्यमंत्री साय ने इस नवीन योजना के लिए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, सीजीएमएससी के अध्यक्ष दीपक म्हस्के सहित सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को बधाई एवं शुभकामनाएँ दीं।

पीएम मोदी के सपने को करेंगे पूरा: स्वास्थ्य मंत्री जायसवाल

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि, विशेष पिछड़ी जाति के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय प्रयासरत हैं। यह मोबाइल मेडिकल यूनिट ऐसे सुदूर वनांचलों के लिए हैं जहाँ स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुँच कम है। आज 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट पूरे प्रदेश के लिए समर्पित कर रहे हैं, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूर्ण करेगा। मंत्री जायसवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्होंने इस पुनीत कार्य में छत्तीसगढ़ को सहभागी बनकर योगदान देने का अवसर प्रदान किया।

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मरीजों को मिलेगी सुविधा

Chhattisgarh News: स्वास्थ्य सचिव अमित कटारिया ने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 नवंबर 2023 को विशेष पिछड़ी जनजातियों के सामाजिक, आर्थिक उत्थान के लिए पीएम जनमन योजना की शुरुआत की। इसका उद्देश्य बुनियादी सुविधाओं को सीधे बसाहटों तक पहुँचाना है। उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति में मरीज को इन यूनिट के माध्यम से निकट स्वास्थ्य केंद्रों में पहुँचाना आसान होगा। हमारा उद्देश्य सिर्फ मशीनें ही नहीं, अपितु कुशल एवं संवेदनशील कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित करना भी है। प्रत्येक मोबाइल मेडिकल यूनिट में चिकित्सक, नर्स, लैब तकनीशियन, फार्मासिस्ट और स्थानीय स्वास्थ्य स्वयंसेवक तैनात किए गए हैं। ये यूनिटें हर 15 दिन में स्वास्थ्य शिविर आयोजित करेंगी, जिनमें 25 से अधिक प्रकार की जाँच और रोगों का उपचार किया जाएगा और आवश्यक दवाइयों का वितरण किया जाएगा। गंभीर मरीजों को आवश्यकता अनुसार निकटतम स्वास्थ्य संस्थानों में भेजा जाएगा।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में संसाधनों की कमी के कारण दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएँ नियमित रूप से नहीं पहुँच पाती थीं। अब नए वाहन और प्रशिक्षित कर्मियों की उपलब्धता के साथ यह व्यवस्था लगातार संचालित की जा सकेगी। इस पहल से टीबी, मलेरिया, एनीमिया और कुपोषण जैसी समस्याओं की समय पर पहचान व रोकथाम में मदद मिलेगी।

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सीएम विष्णुदेव साय ने मोबाइल मेडिकल यूनिट को क्यों हरी झंडी दिखाई?

सीएम विष्णुदेव साय ने दूरस्थ और आदिवासी इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाएँ पहुँचाने के उद्देश्य से पीएम जनमन योजना के तहत 57 मोबाइल मेडिकल यूनिट को हरी झंडी दिखाई, ताकि इलाज गाँव-गाँव तक पहुँचे।

सीएम विष्णुदेव साय की इस पहल से किन लोगों को सबसे ज्यादा लाभ मिलेगा?

सीएम विष्णुदेव साय की इस पहल से विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTG) के दो लाख से अधिक लोगों को सीधा लाभ मिलेगा, जो 18 जिलों के 2100 से अधिक गाँवों और बसाहटों में रहते हैं।

सीएम विष्णुदेव साय द्वारा शुरू की गई मोबाइल मेडिकल यूनिट में कौन-कौन सी सुविधाएँ मिलेंगी?

सीएम विष्णुदेव साय के नेतृत्व में शुरू की गई इन यूनिटों में डॉक्टर, नर्स, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, 25 प्रकार की जाँच सुविधाएँ और 106 तरह की दवाइयाँ निःशुल्क उपलब्ध होंगी।

सीएम विष्णुदेव साय की इस योजना से गंभीर मरीजों को क्या सुविधा मिलेगी?

सीएम विष्णुदेव साय की इस योजना के तहत गंभीर मरीजों को आवश्यकता अनुसार नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या अस्पताल में रेफर किया जाएगा, जिससे समय पर इलाज संभव होगा।

सीएम विष्णुदेव साय के अनुसार यह योजना आदिवासी समाज के लिए कितनी महत्वपूर्ण है?

सीएम विष्णुदेव साय के अनुसार यह योजना आदिवासी समाज की स्वास्थ्य सुरक्षा का ठोस आधार है और उनके सामाजिक व आर्थिक उत्थान की दिशा में एक बड़ा कदम है।