Reported By: Komal Dhanesar
,Diarrhea Outbreak in Bhilai | Image Source | IBC24
भिलाई: Diarrhea Outbreak in Bhilai: पाटन ब्लॉक के तर्री घाट में डायरिया तेजी से पैर पसार रहा है। पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल हुए मरीजो की संख्या बढ़ कर 20 तक पहुंच गई है। वही 20 से ज्यादा मरीज निजी अस्पतालों में दाखिल है।
Diarrhea Outbreak in Bhilai: गांव में डायरिया फैलने के पीछे सबसे बड़ा कारण नाली के नीचे दबी पाइपलाइन है। इस गन्दी नाली के नीचे से गुजराती पाइप लाइन में कई जगह छेद भी हो चुके हैं। जिसकी वजह से गंदा पानी पीने के पानी की पाइपलाइन में जा रहा है। यही वजह है कि यहां डायरिया फैला हुआ है। गांव के साहू पारा में सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज सामने आए हैं। यहां पर कुछ मरीजों की हालत इतनी खराब थी कि आज उन्हें दुर्ग जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहीं अन्य मोहल्ले में भी कई मरीज सामने आ रहे हैं ।
Diarrhea Outbreak in Bhilai: इधर डायरिया फैलने की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला यहां दो दिनों से चक्कर काट रहा है। लेकिन धरातल पर काम कुछ नजर नहीं आ रहा। गंदी के आसपास नाली पर ना तो ब्लीचिंग पाउडर डाला गया और ना ही इसे साफ किया गया। हालांकि गांव के लोग बता रहे हैं कि यहां मौजूद दोनों टंकियां की सफाई की गई है और वहां पर दवाई भी डाली गई है। जिसकी वजह से आज दिन भर पानी की सप्लाई नहीं हुई।
Diarrhea Outbreak in Bhilai: साहू मोहल्ला के लोगों का कहना है कि उन्हें अब एक हैंडपंप की जरूरत है, ताकि वह निश्चिंत होकर उसका पानी पी सके क्योंकि नल के पानी में अब बदबू भी आने लगी है। वही मोहल्ले में थोड़ी दूर पर मौजूद नलकूप में भी लाल पानी की समस्या हो रही है। इधर सरपंच चंद्रिका चन्द्राकर ने कहा कि गांव में अचानक डायरिया फैल गया है और पानी की जांच रिपोर्ट के बाद ही हकीकत सामने आई है। उन्होंने खुद गांव का दौरा किया है। स्वास्थ विभाग की टीम भी आई थी। जिसके बाद गांव में सर्वे कर दवा भी बांटी गई है।
Diarrhea Outbreak in Bhilai: इधर बीएमओ भुवनेश्वर कठोतिया का का कहना है कि डायरिया की स्थिति कंट्रोल में है और अब तक करीब 25 से 30 मरीज के सामने आए हैं इनमें से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में 6 और निजी अस्पताल में चार मरीज दाखिल है जबकि घर-घर जाकर दवा भी दी गई है।
Diarrhea Outbreak in Bhilai: हालांकि सरपंच के अपने दावे और अपनी बात है, लेकिन गांव में सालो से बिना सफाई वाली टंकी, नाली के नीचे दबी पाइपलाइन और नलकुपो से आता गंदा पानी डायरिया फैलाने के लिए पर्याप्त है। गांव में 60 से ज्यादा लोग डायरिया से प्रभावित होने के बाद अब कही जाकर टंकी की सफाई की गई। इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत पंच सरपंच गांव के प्रति कितने ज़िम्मेदार है।