Diarrhea Outbreak in Bhilai: पाटन के इस गांव में डायरिया का कहर, गंदे पानी से फैली बीमारी, 60 से ज्यादा ग्रामीण बीमार, मचा हड़कंप

पाटन के इस गांव में डायरिया का कहर, गंदे पानी से फैली बीमारी...Diarrhea Outbreak in Bhilai: Diarrhea wreaks havoc in this village of Patan

  • Reported By: Komal Dhanesar

    ,
  •  
  • Publish Date - June 18, 2025 / 06:15 PM IST,
    Updated On - June 18, 2025 / 06:15 PM IST

Diarrhea Outbreak in Bhilai | Image Source | IBC24

HIGHLIGHTS
  • भिलाई: पाटन ब्लॉक के तर्री घाट में फैले डायरिया,
  • टंकी-नाली की अनदेखी पड़ी भारी,
  • 60 से ज्यादा ग्रामीण बीमार,

भिलाई: Diarrhea Outbreak in Bhilai: पाटन ब्लॉक के तर्री घाट में डायरिया तेजी से पैर पसार रहा है। पाटन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में दाखिल हुए मरीजो की संख्या बढ़ कर 20 तक पहुंच गई है। वही 20 से ज्यादा मरीज निजी अस्पतालों में दाखिल है।

Read More : Bilaspur Viral Video: शराब के नशे में दिखा धौंस, कांग्रेस ने बताया माफिया! अब नशेड़ी ने मांगी माफी, वायरल वीडियो का सच आया सामने

Diarrhea Outbreak in Bhilai: गांव में डायरिया फैलने के पीछे सबसे बड़ा कारण नाली के नीचे दबी पाइपलाइन है। इस गन्दी नाली के नीचे से गुजराती पाइप लाइन में कई जगह छेद भी हो चुके हैं। जिसकी वजह से गंदा पानी पीने के पानी की पाइपलाइन में जा रहा है। यही वजह है कि यहां डायरिया फैला हुआ है। गांव के साहू पारा में सबसे ज्यादा डायरिया के मरीज सामने आए हैं। यहां पर कुछ मरीजों की हालत इतनी खराब थी कि आज उन्हें दुर्ग जिला अस्पताल रेफर किया गया। वहीं अन्य मोहल्ले में भी कई मरीज सामने आ रहे हैं ।

Read More : Gwalior Murder Case: पैसे के लिए दोस्त बना कातिल, गोली मारकर की हत्या, सबूत मिटाने जंगल में फेंकी लाश और नदी में मोबाइल

Diarrhea Outbreak in Bhilai: इधर डायरिया फैलने की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला यहां दो दिनों से चक्कर काट रहा है। लेकिन धरातल पर काम कुछ नजर नहीं आ रहा। गंदी के आसपास नाली पर ना तो ब्लीचिंग पाउडर डाला गया और ना ही इसे साफ किया गया। हालांकि गांव के लोग बता रहे हैं कि यहां मौजूद दोनों टंकियां की सफाई की गई है और वहां पर दवाई भी डाली गई है। जिसकी वजह से आज दिन भर पानी की सप्लाई नहीं हुई।

Read More : Maoist Couple Surrender: 13 लाख के इनामी नक्सली दंपत्ति ने किया सरेंडर, 25 साल बाद छोड़ा हथियार, संगठन में संभालते थे ये जिम्मेदारियां, पुलिस के सामने खोले राज

Diarrhea Outbreak in Bhilai: साहू मोहल्ला के लोगों का कहना है कि उन्हें अब एक हैंडपंप की जरूरत है, ताकि वह निश्चिंत होकर उसका पानी पी सके क्योंकि नल के पानी में अब बदबू भी आने लगी है। वही मोहल्ले में थोड़ी दूर पर मौजूद नलकूप में भी लाल पानी की समस्या हो रही है। इधर सरपंच चंद्रिका चन्द्राकर ने कहा कि गांव में अचानक डायरिया फैल गया है और पानी की जांच रिपोर्ट के बाद ही हकीकत सामने आई है। उन्होंने खुद गांव का दौरा किया है। स्वास्थ विभाग की टीम भी आई थी। जिसके बाद गांव में सर्वे कर दवा भी बांटी गई है।

Read More : Brother Killed Sister: छत्तीसगढ़ में भाई का दरिंदापन, बहन ने इस बात से किया मना… तो सनकी ने की खौफनाक वारदात, जानकर कांप जाएगी आपकी रूह

Diarrhea Outbreak in Bhilai: इधर बीएमओ भुवनेश्वर कठोतिया का का कहना है कि डायरिया की स्थिति कंट्रोल में है और अब तक करीब 25 से 30 मरीज के सामने आए हैं इनमें से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पाटन में 6 और निजी अस्पताल में चार मरीज दाखिल है जबकि घर-घर जाकर दवा भी दी गई है।

Read More : Raisen Mob Lynching: एमपी में मॉब लिंचिंग का शिकार हुए दो युवक, गायों के साथ लौट रहे थे, भीड़ ने की जमकर पिटाई, अस्पताल में हुई मौत

Diarrhea Outbreak in Bhilai: हालांकि सरपंच के अपने दावे और अपनी बात है, लेकिन गांव में सालो से बिना सफाई वाली टंकी, नाली के नीचे दबी पाइपलाइन और नलकुपो से आता गंदा पानी डायरिया फैलाने के लिए पर्याप्त है। गांव में 60 से ज्यादा लोग डायरिया से प्रभावित होने के बाद अब कही जाकर टंकी की सफाई की गई। इससे अंदाज लगाया जा सकता है कि ग्राम पंचायत पंच सरपंच गांव के प्रति कितने ज़िम्मेदार है।

डायरिया कैसे फैलता है?

डायरिया फैलने का मुख्य कारण दूषित पानी और खराब साफ-सफाई होती है। तर्री घाट में डायरिया का मुख्य कारण नाली के नीचे दबी और टूटी हुई पानी की पाइपलाइन है, जिससे गंदा पानी पीने के पानी में मिल रहा है।

डायरिया से बचाव के लिए क्या उपाय करें?

डायरिया से बचाव के लिए केवल उबला या फिल्टर किया हुआ पानी पिएं, भोजन से पहले और बाद में हाथ धोएं और टंकी व पाइपलाइन की नियमित सफाई सुनिश्चित करें।

क्या डायरिया जानलेवा हो सकता है?

हां, अगर डायरिया का समय पर इलाज न किया जाए, तो यह गंभीर रूप ले सकता है और डिहाइड्रेशन के कारण जानलेवा साबित हो सकता है।

डायरिया होने पर कौन-सी दवाएं ली जानी चाहिए?

डायरिया होने पर ORS घोल, ज़िंक टैबलेट और एंटीबायोटिक दवाएं डॉक्टर की सलाह से लेनी चाहिए। साथ ही, लगातार पानी और तरल पदार्थ लेते रहना जरूरी है।

गांव में डायरिया की रोकथाम के लिए प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने डायरिया प्रभावित गांवों में सर्वे कर दवाइयां बांटी हैं, टंकियों की सफाई करवाई गई है और पीने के पानी की सप्लाई रोक दी गई थी। हालांकि सफाई और ब्लीचिंग कार्यों में अभी भी कमी देखी जा रही है।