Publish Date - March 2, 2025 / 12:24 PM IST,
Updated On - March 2, 2025 / 12:26 PM IST
Telescope View Of The Sky | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
विशेष आकाश दर्शन कार्यक्रम का आयोजन,
राजमेरगढ़ की ऊंची पर्वत चोटी पर किया आयोजन,
सौर मंडल और नक्षत्रों की दी जानकारी,
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही : Pendra News : जिले की सबसे ऊंची पर्वत चोटी राजमेरगढ़ में एक विशेष आकाश दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित किया गया, जिसमें रायपुर से आए खगोल वैज्ञानिकों ने प्रतिभागियों को खगोलीय पिंडों की विस्तृत जानकारी दी। Telescope View Of The Sky
Telescope View Of The Sky : खगोल विशेषज्ञ पी.सी. रथ और अजय भोई ने 10 इंच के न्यूटोनियन रिफ्लेक्टर टेलीस्कोप के माध्यम से प्रतिभागियों को शुक्र ग्रह का अवलोकन कराया। इसके अलावा, उन्होंने रात के आकाश में सबसे तेज चमकने वाले तारे साइरस की पहचान करवाई और यह स्पष्ट किया कि ध्रुव तारा सबसे चमकीला तारा नहीं होता। विशेषज्ञ देवल सिंह बघेल ने एक्स-रे, गामा किरणों और पराबैगनी किरणों की वैज्ञानिक विशेषताओं को समझाया। उन्होंने यह भी बताया कि तारे टिमटिमाते हैं, जबकि ग्रह नहीं, जिससे ग्रहों और तारों के बीच के अंतर को स्पष्ट किया गया।
Telescope View Of The Sky : प्रतिभागियों को बताया गया कि सौर मंडल के पांच सदस्य – बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि को खुली आंखों से देखा जा सकता है। इसके साथ ही, खगोल वैज्ञानिकों ने तारों को जोड़कर विभिन्न राशियों जैसे सिंह, कन्या और धनु की आकृतियों को समझाया। मघा और रोहिणी नक्षत्रों का भी प्रत्यक्ष अवलोकन कराया गया।
"राजमेरगढ़ में आकाश दर्शन कार्यक्रम का उद्देश्य क्या था?"
इस कार्यक्रम का उद्देश्य खगोल विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाना और लोगों को खगोलीय पिंडों की जानकारी देना था।
"कार्यक्रम में कौन-कौन से ग्रहों का अवलोकन किया गया?"
कार्यक्रम में मुख्य रूप से शुक्र ग्रह का टेलीस्कोप से अवलोकन कराया गया।
"क्या ध्रुव तारा सबसे चमकीला तारा होता है?"
नहीं, सबसे चमकीला तारा साइरस होता है, न कि ध्रुव तारा।
"सौर मंडल के कौन-कौन से ग्रह खुली आंखों से देखे जा सकते हैं?"
बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि ग्रहों को बिना किसी उपकरण के खुली आंखों से देखा जा सकता है।
"तारे टिमटिमाते हैं लेकिन ग्रह नहीं, क्यों?"
तारे अपनी स्वयं की रोशनी उत्सर्जित करते हैं और पृथ्वी के वायुमंडल में उनकी रोशनी के अपवर्तन से वे टिमटिमाते हैं, जबकि ग्रह सूर्य के प्रकाश को परावर्तित करते हैं, जिससे वे स्थिर दिखते हैं।