रायपुरः NHM Employees Protest: छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के 16 हजार संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।सरकार के अल्टीमेटम के बाद भी ये कर्मचारी सभी जिलों में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच अब हड़ताल में शामिल कर्मचारियों पर कार्रवाई भी शुरू हो गई है। बलौदाबाजार जिले में सरकार ने एनएचएम संघ के पदाधिकारियों पर सख्त रुख अपनाते हुए हेमंत सिंह और कौशलेश तिवारी को बर्खास्त कर दिया है। कल अल्टीमेटम की समय सीमा खत्म होने के बाद सरकार ने यह कदम उठाया और बर्खास्तगी के आदेश पत्र जारी कर दिए हैं।
NHM Employees Protest: बता दें कि कर्मचारियों की 10 प्रमुख मांगें हैं। इनमें संविलियन और जॉब सुरक्षा, पब्लिक हेल्थ कैडर की स्थापना और ग्रेड पे निर्धारण शामिल हैं। साथ ही कार्यमूल्यांकन पद्धति में सुधार और लंबित 27% वेतन वृद्धि की मांग भी है। कर्मचारी नियमित भर्ती में सीटों का आरक्षण, अनुकंपा नियुक्ति और मेडिकल अवकाश की सुविधा चाहते हैं। स्थानांतरण नीति और न्यूनतम 10 लाख का चिकित्सा बीमा भी उनकी मांगों में शामिल है।
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रायगढ़ जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) कर्मचारी अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे हुए हैं। बुधवार को आंदोलन के 17वें दिन कर्मचारियों ने मुंडन कर विरोध जताया और जमकर नारेबाजी की। प्रदेशभर में 18 अगस्त से एनएचएम कर्मचारी अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। रायगढ़ जिले के 300 से अधिक कर्मचारी शहीद विप्लव त्रिपाठी मिनी स्टेडियम में आंदोलनरत हैं। संघ ने साफ कर दिया है कि जब तक लिखित आदेश जारी नहीं होगा, आंदोलन जारी रहेगा।