रायपुरः राजधानी रायपुर के मैट्स विश्वविद्यालय में सोमवार को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल अनुसुइया उइके शामिल हुई। इस समारोह में राज्यपाल ने 2021-22 में अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले 1200 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की। साथ ही एमफील और पीएचडी पूरी करने वाले शोधार्थियों को भी उपाधियां दी। इस कार्यक्रम में मैट्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति गजराज पगारिया भी शामिल हुए।
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दीक्षांत समारोह में मुख्य वक्ता के रुप में भारत के मुख्य सुरक्षा सलाहकार अजी़त डोभाल वर्चुअली शामिल हुए। अपने संदेश में अजीत डोभाल ने कहा कि दीक्षांत समारोह में जितने भी छात्रों को डिग्री या गोल्ड मेडल दिया जाता है, उनमें कुछ न कुछ विशेषताएं रहती है। छात्रों को इन विशेषताओं का सही तरीके से उपयोग करना चाहिए। उन्होने कहा कि विश्वविद्यालय न केवल हमें शिक्षा प्रदान करता है अपितु हमारे व्यक्तिव के विभिन्न आयामों को विकसित करने में अहम भूमिका निभाता है।
उन्होनें कहा कि भारत की आबादी का एक बड़ा हिस्सा युवाओं का है, जहां आने वाले 30-35 वर्षों में अमरीका-चीन जैसे दुनियां के कई विकसित देश अपने उम्रदराज जनसंख्या से जुझ रहे होंगे। वहीं युवा शक्ति हमारे लिए महत्वपूर्ण साबित होगा। उन्होनें युवाओं से कहा कि आप सबको भारत के उन्नति के लिए आगे आना होगा।
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वहीं इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का मूल उद्देश सिर्फ पढ़ाई करना ही नहीं है, बल्कि बेहतर चरित्र और व्यक्तित्व का निर्माण करना है। किताबी ज्ञान प्राप्त करना ही सब कुछ नहीं है, व्यक्तिव विकास भी जरूरी है। राज्यपाल ने अपने करियर के उतार चढ़ाव को भी छात्रों के साथ साझा किया है। राज्यपाल ने बताया कि उन्हे पढ़ाई के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा था। वे पहले इन्श्योरेंस कंपनी में जॉब करती थी और वहां से मिले पैसों से वे अपनी पढ़ाई का खर्च उठाती थी। राज्यपाल ने कहा कि चाहे कितनी भी ऊंचाई पर पहुंचे कभी घमंड नहीं करना चाहिए। सबसे बेहतर तरीके से व्यवहार करना चाहिए, ये व्यवहार ही आपको बहुत आगे तक लेकर जाएगा।