Publish Date - July 1, 2025 / 08:48 PM IST,
Updated On - July 1, 2025 / 08:48 PM IST
FIR on CG Congress MLA | Image Source | IBC24
HIGHLIGHTS
जांजगीर: सड़क की लड़ाई भारी पड़ी,
सड़क के लिए किया चक्काजाम,
कांग्रेस विधायक समेत 11 पर FIR दर्ज,
जांजगीर-चांपा: FIR on CG Congress MLA: जांजगीर-चांपा ज़िले में जर्जर सड़क की समस्या को लेकर किए गए चक्काजाम मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्य मार्ग पर करीब 5 घंटे 30 मिनट तक किए गए चक्काजाम के मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने कांग्रेस विधायक व्यास कश्यप, भाजपा की जिला पंचायत सदस्य उमा राठौर, जर्वे गांव की सरपंच उत्तरा कश्यप समेत 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
FIR on CG Congress MLA: यह आंदोलन जर्वे गांव से पीथमपुर गांव तक की बदहाल सड़क को लेकर किया गया था। इस मार्ग की खराब स्थिति से लंबे समय से ग्रामीण परेशान हैं और उनकी कई बार की शिकायतों के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। इसी को लेकर विधायक व्यास कश्यप के नेतृत्व में ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए सड़क पर चक्काजाम किया।
FIR on CG Congress MLA: घटना के दौरान मार्ग पर यातायात पूरी तरह बाधित रहा जिससे आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आवागमन बाधित करने, शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने और सार्वजनिक शांति भंग करने जैसी धाराओं में मामला दर्ज किया है।
FIR दर्ज इसलिए की गई क्योंकि प्रदर्शन के दौरान लगभग 5 घंटे 30 मिनट तक मुख्य सड़क पर यातायात बाधित किया गया। इससे आम जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ा और पुलिस ने इसे शासकीय कार्य में बाधा व सार्वजनिक शांति भंग के रूप में दर्ज किया।
क्या "विधायक पर FIR" दर्ज करना कानूनी रूप से सही है?
हां, यदि कोई जनप्रतिनिधि कानून का उल्लंघन करता है, तो उस पर भी FIR दर्ज की जा सकती है। पुलिस ने विधायक व्यास कश्यप पर सड़क अवरोध व अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है।
"जर्जर सड़क की शिकायत" पहले क्यों नहीं सुनी गई?
ग्रामीणों का आरोप है कि उन्होंने कई बार जर्जर सड़क की शिकायत की, लेकिन प्रशासन ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। यही कारण रहा कि उन्होंने विरोध का रास्ता अपनाया।
क्या "सड़क सुधार" की कोई घोषणा हुई है?
अब तक प्रशासन की ओर से इस मार्ग की मरम्मत या निर्माण को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा सामने नहीं आई है, लेकिन प्रदर्शन के बाद प्रशासन पर दबाव जरूर बढ़ा है।
"FIR के बाद आगे की प्रक्रिया" क्या होगी?
FIR के आधार पर पुलिस जांच करेगी और यदि आरोप सिद्ध होते हैं तो आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही आगे बढ़ाई जाएगी। साथ ही कोर्ट में भी मामला प्रस्तुत किया जा सकता है।