Khairagarh Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ के जिले में भी माओवादियों ने छोड़ा हथियार, इतने लाख के इनामी नक्सली दंपति ने किया आत्मसमर्पण, कई वारदातों में थे शामिल

Khairagarh Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ के जिले में भी माओवादियों ने छोड़ा हथियार, इतने लाख के इनामी नक्सली दंपति ने किया आत्मसमर्पण, कई वारदातों में थे शामिल

  • Reported By: Prashant Sahare

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  • Publish Date - November 26, 2025 / 07:07 PM IST,
    Updated On - November 26, 2025 / 07:08 PM IST

Khairagarh Naxal Surrender/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • 20 लाख के इनामी नक्सली दंपति ने हथियार डाला
  • धनुष और रोनी ने पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण
  • छत्तीसगढ़ शासन की नीति से हुआ प्रभावित

खैरागढ़-छुईखदान-गंडई: Khairagarh Naxal surrender:  खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिले में आज 20 लाख रुपये के संयुक्त इनामी नक्सली दंपति ने हथियार छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लेते हुए पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

माड़ डिवीजन के नक्सली दंपति का आत्मसमर्पण (CG Naxal Surrender)

छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 और शासन के विकासोन्मुखी प्रयासों से प्रभावित होकर, 14 लाख रुपये के इनामी हार्डकोर नक्सली धनुष उर्फ मुन्ना (आयु 25 वर्ष) और उनकी पत्नी 6 लाख रुपये की इनामी महिला नक्सली रोनी उर्फ तुले (आयु 25 वर्ष) ने आत्मसमर्पण किया।

Khairagarh Naxal surrender:  ये दोनों भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के माड़ डिवीजन, बस्तर, MMC (मध्य प्रदेश–महाराष्ट्र–छत्तीसगढ़ जोन) से संबंधित कैडर हैं। दंपति टाण्डा-मलाजखण्ड एरिया में सक्रिय रहे हैं और विभिन्न नक्सली वारदातों में शामिल रहे हैं।

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खैरागढ़ जिले में आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कौन हैं?

A1: खैरागढ़ में 20 लाख रुपये के संयुक्त इनामी नक्सली दंपति, धनुष उर्फ मुन्ना और उनकी पत्नी रोनी उर्फ तुले ने आत्मसमर्पण किया।

खैरागढ़ नक्सली दंपति किन संगठन से संबंधित थे?

A2: दोनों भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के माड़ डिवीजन, बस्तर, MMC जोन के कैडर थे।

आत्मसमर्पण करने पर नक्सलियों को क्या लाभ मिलेगा?

A3: छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 के तहत नक्सलियों को इनामी राशि और समाज की मुख्यधारा में पुनर्वास का अवसर मिलेगा।