Reported By: Tehseen Zaidi
,नई दिल्लीः Raipur News: राजधानी रायपुर के भावना नगर में हाल ही में हुए उपद्रव मामले में अब खम्हारडीह थाना पुलिस की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है। पुलिस ने बलवे के मास्टर माइंड सहित गिरफ्तार तीन आरोपियों का बिना फोटो खींचे जेल भेज दिया है। अन्य मामलों में पुलिस छोटे से चोर को पकड़ने पर भी मीडिया को तस्वीरें और वीडियो देती है, लेकिन इस बड़े मामले में पुलिस ने ऐसा नहीं किया। पुलिस ने बिना मीडिया को जानकारी दिए आरोपियों को जेल भेज दिया। इसके अलावा बजरंग दल ने भी खम्हारडीह थाना पुलिस पर सांठगांठ और दबाव के आरोप लगाए हैं।
Raipur News: दरअसल, बीतें दिनों खम्हारडीह थाना इलाके में पड़ोसियों के बीच हुई मारपीट की एक घटना हिंदू मुस्लिम विवाद में बदल गई थी। हालात ये गई थी कि पुलिस को घटना स्थल पर चौबीस घंटे के लिए पुलिस बल की तैनाती रखनी पड़ी। दो परिवार के बीच की इस घटना में बजरंग दल शामिल हो गया। इसके बाद तो मामला और भी संवेदनशील हो गया है। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन पुलिस ने सभी को चुपचाप जेल भेज दिया।
इस मामले में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ था। पीड़ित परिवार के सदस्यों को अस्पताल में भी नहीं बख्शा गया। मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की मौजूदगी में अस्पताल परिसर में ही बाउंसरों ने पीड़ितों की बेरहमी से पिटाई की थी। जानकारी के अनुसार मुख्य आरोपी वसीम बाबू और उसके करीब 10 गुर्गों ने राकेश तिवारी, उनके बेटे और बेटे के दोस्त पर जानलेवा हमला किया। घटना के बाद घायल हालत में तीनों को अस्पताल लाया गया लेकिन वहां भी उन्हें सुरक्षा नहीं मिल सकी और अस्पताल के बाउंसरों ने ही उनके साथ मारपीट की।