Dhan Kharidi Panjiyan CG: किसानों को पंजीयन के लिए सिर्फ 31 ​अक्टूबर तक का समय, नहीं कराया पंजीयन तो नहीं बेच सकेंगे समर्थन मूल्य पर धान

Dhan Kharidi Panjiyan CG: किसानों को पंजीयन के लिए सिर्फ 31 ​अक्टूबर तक का समय, नहीं कराया पंजीयन तो नहीं बेच सकेंगे समर्थन मूल्य पर धान

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  • Publish Date - October 9, 2025 / 09:51 AM IST,
    Updated On - October 9, 2025 / 09:51 AM IST

Dhan Kharidi Cancelled: अब भाजपा सरकार नहीं खरीदेगी किसानों से धान-गेहूं? सीएम ने मोदी सरकार को लिखा पत्र / Image: CG DPR

HIGHLIGHTS
  • धान बेचने के लिए किसानों का एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन करना अनिवार्य
  • एग्रीस्टैक पोर्टल भारत सरकार द्वारा विकसित आधार-लिंक्ड डेटाबेस
  • किसान 31 अक्टूबर 2025 तक अपना पंजीयन करा सकते हैं

रायपुर: Dhan Kharidi Panjiyan CG खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी हेतु किसानों का एग्रीस्टैक पोर्टल में पंजीयन अनिवार्य किया गया है। एग्रीस्टैक पोर्टल से संबंधित किसी भी जानकारी या सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1800-233-1030 पर संपर्क किया जा सकता है। खाद्य सचिव रीना बाबा साहेब कंगाले ने जानकारी दी कि एग्रीस्टैक पोर्टल भारत सरकार द्वारा विकसित एक यूनिफाइड एग्रीकल्चर डेटाबेस है, जिसमें किसानों का भूमि एवं आधार लिंक्ड पंजीयन किया जाता है। पंजीकरण उपरांत किसानों को एक यूनिक फार्मर आईडी (Unique Farmer ID) प्राप्त होती है। यह आधार लिंक्ड डेटाबेस शासन की विभिन्न योजनाओं के लाभ केवल वास्तविक पात्र किसानों तक पहुँचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

Dhan Kharidi Panjiyan CG छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के तहत किसानों को सीधे भुगतान किया जाता है। अतः शासन की मंशा है कि सभी पात्र किसान सुशासन एवं पारदर्शिता के साथ इस योजना का वास्तविक लाभ प्राप्त करें। एग्रीस्टैक में आधार-आधारित पंजीयन और ई-केवाईसी की व्यवस्था से संपूर्ण प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता, सटीकता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित होगा। गत वर्ष राज्य के 25.49 लाख किसानों ने धान विक्रय किया था। वर्तमान वर्ष में अब तक 21.47 लाख किसानों ने एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीकरण कर लिया है।

शेष किसान अपने निकटतम सहकारी समिति या निर्धारित केंद्र में जाकर 31 अक्टूबर 2025 तक अपना पंजीयन करा सकते हैं। इस संबंध में सभी समितियों और जिला कलेक्टरों को पूर्व में आवश्यक निर्देश जारी किए जा चुके हैं। राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि एग्रीस्टैक पोर्टल डिजिटल क्रांति की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा, जो छत्तीसगढ़ में धान खरीदी व्यवस्था को पारदर्शी, सटीक और किसान हितैषी बनाएगा।

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष राज्य के 20 हजार ग्रामों में से 13 हजार 879 ग्रामों में डिजिटल क्रॉप सर्वे किया गया है। इस डिजिटल क्रॉप सर्वे और मैनुअल गिरदावरी की रिपोर्टों का 2 से 14 अक्टूबर 2025 तक ग्राम सभाओं में पठन किया जा रहा है। इसके लिए प्रत्येक पंचायत में मुनादी कर सूचना दी गई है और सर्वे सूची का पंचायत भवनों में प्रदर्शन (चस्पा) भी किया गया है। इस कार्यवाही की सतत निगरानी जिला कलेक्टर, खाद्य अधिकारियों तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा की जा रही है। यह पहल “डिजिटल एग्रीकल्चर और गुड गवर्नेंस” की दिशा में राज्य का एक सशक्त और दूरदर्शी कदम है।

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समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों को "किस" पोर्टल पर पंजीयन कराना अनिवार्य है?

समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों को एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन कराना अनिवार्य है।

एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन कराने की अंतिम तारीख "क्या" है?

एग्रीस्टैक पोर्टल पर पंजीयन कराने की अंतिम तारीख 31 अक्टूबर 2025 है।

एग्रीस्टैक पोर्टल किस उद्देश्य से "किस" सरकार द्वारा विकसित किया गया है?

एग्रीस्टैक पोर्टल भारत सरकार द्वारा योजनाओं का लाभ वास्तविक पात्र किसानों तक पहुँचाने के लिए विकसित किया गया है।

एग्रीस्टैक पोर्टल से संबंधित सहायता के लिए टोल फ्री नंबर "क्या" है?

एग्रीस्टैक पोर्टल से संबंधित सहायता के लिए टोल फ्री नंबर 1800-233-1030 है।

डिजिटल क्रॉप सर्वे और मैनुअल गिरदावरी की रिपोर्टों का ग्राम सभाओं में पठन "कब" तक किया जा रहा है?

इन रिपोर्टों का ग्राम सभाओं में पठन 2 से 14 अक्टूबर 2025 तक किया जा रहा है।