Madvi Hidma Encounter: ‘तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं छोड़ा हथियार, आखिरकार मारा गया’.. हिड़मा की मौत पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने किये बड़े खुलासे, आप भी सुनें

Madvi Hidma Encounter: 'तमाम कोशिशों के बाद भी नहीं छोड़ा हथियार, आखिरकार मारा गया'.. हिड़मा की मौत पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने किये बड़े खुलासे, आप भी सुनें

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  • Publish Date - November 18, 2025 / 01:02 PM IST,
    Updated On - November 18, 2025 / 01:08 PM IST

Madvi Hidma Encounter/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • हिड़मा और पत्नी की मौत की पुष्टि
  • गृह मंत्री विजय शर्मा का बयान
  • नक्सलियों को सुरक्षित रास्ता देने की अपील

रायपुर: Madvi Hidma Encounter: छत्तीसगढ़–आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर आज हुई मुठभेड़ में लंबे समय से सक्रिय माओवादी नेता माड़वी हिडमा और उसकी पत्नी राजे उर्फ राजक्का के मारे जाने की सूचना मिली है। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने आज प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि राज्य में नक्सलियों के खिलाफ अभियान लगातार जारी है। उन्होंने आश्वस्त किया कि कुछ ही दिनों में बस्तर क्षेत्र नक्सली गतिविधियों से मुक्त होकर एकजुट रूप से उभर जाएगा।

गृह मंत्री विजय शर्मा का बयान और अपील (Maadvi Hidma Killed)

गृहमंत्री ने कहा कि बस्तर के कोने-कोने तक भारत का संविधान पूरी तरह लागू होगा।” उन्होंने बताया कि हिडमा के परिवार से भी मुलाकात हुई और पाया गया कि उनका जीवन सामान्य ढंग से चल रहा है। हिडमा के परिवार ने भी कहा कि वह अपने पुराने मार्ग पर लौटे। विजय शर्मा ने नक्सलियों से सीधे अपील करते हुए कहा कि वे हथियार साथ लेकर न आएं और पुनर्वास योजना का हिस्सा बनें। उन्होंने कहा कि हम सेफ कोरिडोर बनाकर सुरक्षित मार्ग देने को तैयार हैं।

Madvi Hidma Encounter: हिडमा PLGA बटालियन नंबर 1 का प्रमुख था और CPI केंद्रीय समिति में बस्तर क्षेत्र का एकमात्र आदिवासी सदस्य माना जाता था। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक यह मुठभेड़ बस्तर में नक्सल नेटवर्क पर अब तक की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है।

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माओवादी नेता माड़वी हिडमा कौन थे?

माड़वी हिडमा PLGA बटालियन नंबर 1 के प्रमुख थे और CPI केंद्रीय समिति में बस्तर क्षेत्र के एकमात्र आदिवासी सदस्य माने जाते थे।

हिडमा और उसकी पत्नी राजे उर्फ राजक्का की मुठभेड़ कहाँ हुई?

हिडमा और उसकी पत्नी राजे की मुठभेड़ छत्तीसगढ़–आंध्र प्रदेश बॉर्डर पर हुई थी।

छत्तीसगढ़ सरकार नक्सलियों के लिए क्या प्रस्ताव रख रही है?

छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी नक्सलियों से अपील की है कि वे पुनर्वास नीति में शामिल हों। इसके लिए सरकार सुरक्षित रास्ता (सेफ कोरिडोर) देने को तैयार है।