Raipur Crime News: 10 साल तक वर्दी का खेल! फर्जी पुलिस अफसर बन करोड़ों की वसूली करता था आशीष घोष, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

Raipur Crime News: 10 साल तक वर्दी का खेल! फर्जी पुलिस अफसर बन करोड़ों की वसूली करता था आशीष घोष, ऐसे हुआ मामले का खुलासा

  • Reported By: Tehseen Zaidi

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  • Publish Date - September 7, 2025 / 12:22 PM IST,
    Updated On - September 7, 2025 / 12:22 PM IST

Raipur Crime News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • रायपुर में पकड़ा गया फर्जी क्राइम ब्रांच अधिकारी,
  • आशीष घोष का 10 सालों का खेल हुआ बेनकाब,
  • कारोबारियों से वसूली और अफसरों से सेटिंग का मामला,

रायपुर: Raipur Crime News: राजधानी रायपुर में गिरफ्तार फर्जी पुलिसकर्मी आशीष शर्मा उर्फ आशीष घोष को तीन दिन की पुलिस रिमांड के बाद शनिवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसे जेल भेज दिया गया। पूछताछ के दौरान हर दिन नए खुलासे हुए हैं। पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आशीष की कई करतूतें उजागर हुई हैं। वह न केवल अफसरों से सेटिंग करता था, बल्कि कारोबारियों से वसूली और पुलिस में पोस्टिंग में भी दखल देता था।

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Raipur Crime News: चार सितंबर को पुरानी बस्ती पुलिस ने आशीष को गिरफ्तार किया। वह खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर एक कारोबारी से ड्रग्स केस रफादफा करने के लिए पांच लाख रुपये की मांग कर रहा था। उसकी तलाशी में फर्जी आइडी कार्ड, सायरन लगी कार और कई सरकारी दस्तावेज बरामद हुए। आशीष ने पुलिसकर्मियों की पोस्टिंग कराते हुए खुद को बड़े अफसरों से जुड़ा हुआ बताकर लोगों को प्रभावित किया। जांच में यह भी सामने आया है कि आशीष ने केस सेटलमेंट के नाम पर एक टीआई को महंगे उपहार दिए, जिनमें डेढ़ लाख का मोबाइल फोन, 80 हजार की गाड़ी और 40 हजार के जूते शामिल हैं।

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Raipur Crime News: आरोपी के मोबाइल से दर्जनभर इंस्पेक्टरों के साथ तस्वीरें और चैट मिली हैं, जिनका वह प्रभावशाली दिखने के लिए इस्तेमाल करता था। उसने घड़ी चौक से फर्जी आइडी कार्ड भी बनवाया था। पिछले दस वर्षों में आशीष ने क्राइम ब्रांच से लेकर थानों तक पोस्टिंग में दखल दिया। वह पुलिसकर्मियों से हर महीने पैसे लेता था और रकम नहीं देने वालों को गाली-गलौज कर धमकाता था। उसके मोबाइल से ऐसे आडियो-वीडियो मिले हैं, जिनमें वह पुलिस और नेताओं का नाम लेकर लोगों को डराता नजर आ रहा है।

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Raipur Crime News: यह पूरा मामला पुलिस तंत्र की बड़ी खामियों को उजागर करता है आरोपी लंबे समय तक वर्दी और रुतबे का फायदा उठाकर कारोबारियों से वसूली करता रहा और कई अफसरों से सीधा संपर्क साधे रहा। पुलिस अब उन सभी अफसरों और कारोबारियों की जांच कर रही है, जिनसे आशीष की सेटिंग और लेन-देन जुड़ा हुआ था।

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Raipur Crime News: इतना ही नहीं आरोपी पुलिस मुख्यालय के अति गोपनीय शाखा तक में घुसपैठ के सुबुत मिले है। आरोपी वहां से सिपाही से लेकर इंस्पेक्टर स्तर के तबादलों की सूची जारी होने से पहले उसका ब्लूप्रिंट हासिल कर पुलिस कर्मियों को ब्लैकमेल कर वसुली तक करने के प्रमाण मिले है। मामला गंभीर होने के कारण इस पूरे मामले को रायपुर रेंज आईजी सीधे तौर पर जांच कर रहे है और आने वाले दिनों में इसका असर पुलिस विभाग में सामने आ सकता है। फिलहाल आरोपी आशीष घोष को पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है।

फर्जी पुलिस अफसर "आशीष घोष" ने कैसे वसूली की?

A1: आशीष ने खुद को क्राइम ब्रांच का अधिकारी बताकर कारोबारियों से केस रफादफा करने के नाम पर लाखों रुपये वसूले और पुलिसकर्मियों की पोस्टिंग में दखल दिया।

"आशीष घोष" की गिरफ्तारी कब और कहाँ हुई?

A2: आशीष को 4 सितंबर को रायपुर के पुरानी बस्ती थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया था।

इस मामले में पुलिस क्या जांच कर रही है?

A3: पुलिस आशीष की सेटिंग में जुड़े अफसरों और कारोबारियों की भी जांच कर रही है और पूरे मामले की गहन जांच कर रही है।

क्या "फर्जी पुलिस अफसर" ने पुलिस मुख्यालय की गोपनीय शाखा में भी घुसपैठ की?

A4: हाँ, उसने गोपनीय शाखा से तबादलों की सूची चुराई और उसका ब्लूप्रिंट बनाकर ब्लैकमेलिंग की।

: "आशीष घोष" पर क्या कानूनी कार्रवाई हुई?

A5: उसे तीन दिन की पुलिस रिमांड के बाद न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।