रायपुर । छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी क्षत्रप किलेबंदी में जुट गए हैं। कांग्रेस में संगठन से लेकर सत्ता तक उठापटक हो रही है। हलचल भाजपा खेमे में भी है कि अगला कदम क्या हो ? लेकिन जो सवाल सबके मन में कौंध रहा है वो ये है कि बदलाव से आखिर क्या बदला ? आज इसी मुद्दे पर डिबेट होगी लेकिन पहले एक रिपोर्ट के जरिए इस बदलाव को समझते हैं। छत्तीसगढ़ की चुनावी बिसात पर कांग्रेस नए सिरे से मोहरे बिठाने में जुटी हुई है। इसके शुरुआत पीसीसी चीफ बदलने से हुई। पहले मोहन मरकाम की जगह दीपक बैज को पार्टी की कमान सौंपी गई और इसके बाद मंत्रिमंडल में भी चेहरे बदले गए। प्रेमसाय सिंह टेकाम की जगह खाली कर मोहन मरकाम को शपथ दिलाई गई और उन्हें ST-SC,OBC और अल्पसंख्यक विभाग सौंपा गया। डिप्टी CM टीएस सिंहदेव को ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी भी दी गई है। इसी तरह गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू को कृषि और जैव प्रौद्योगिकी विभाग का अतिरिक्त प्रभार और रविंद्र चौबे को शिक्षा और सहकारिता विभाग का अतिरिक्त प्रभार मिला है। संगठन और सत्ता में इन बदलावों पर भाजपा तंज कस रही है।
यह भी पढ़े : ‘चंद्रयान-3 ने भारत की अंतरिक्ष यात्रा में नया अध्याय लिखा’, लॉन्चिंग के बाद बोले PM मोदी, जानें और क्या कहा…
विभागों के बंटवारे से पहले दिनभर सियासी कयासों का बाजार गर्म रहा। कांग्रेस ने तमाम समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कैबिनेट की किलेबंदी की है। छत्तीसगढ़ में तेजी से बदलते घटनाक्रम पर आम आदमी पार्टी की भी पैनी नजर है। बहरहाल कांग्रेस में संगठन से लेकर सत्ता तक हो रहे बदलाव से पार्टी को चुनाव में कितना फायदा होगा, ये साफ नहीं है लेकिन इस बदलाव के बाद भाजपा को भी अपनी रणनीति पर नए सिरे से मंथन करना होगा और उसी के अनुसार मोहरों की जमावट भी करनी होगी। बाकी आखिरी फैसला तो जनता जनार्दन को ही करना है। चुनावी साधना में जुटी कांग्रेस ने पीसीसी बदला, मंत्री बदले अब विभाग बदलने की बारी है। खबर है, टीएस सिंहदेव को एक और विभाग मिल सकता है, जबकि नए शपथ ग्रहण कर चुके मंत्री मोहन मरकाम को प्रेमसाय सिंह के दो विभाग दिए जा सकते हैं। मुख्यमंत्री भवन में इसे लेकर अनौपचारिक बात होने की भी खबर है। इसके मुताबिक ताम्रध्वज साहू के उनके मौजूदा विभागों के साथ ही एक और विभाग दिया जा सकता है तो स्वास्थ मंत्री टीएस सिंहदेव को भी एक विभाग और सौंपा जा सकता है। रविंद्र चौबे को पूर्व मंत्री प्रेमसाय सिंह के विभागों में से एक विभाग मिल सकता है। वहीं इन बदलावों पर भाजपा तंज कस रही है।
बाइट-ओम माथुर, कांग्रेस में बदलाव क्या अब तो बदलाव ही बदलाव होने हैं।
विभागीय बंटवारों को लेकर सहमति बनाई जा रही है। चुनावी साल है तो हर चीज को रत्ती-मासे से तौला जा रहा है। देखा जा रहा है कौन किस विभाग का मंत्री बनकर चुनावों में कितना फायदेमंद हो सकता है।
कल नवनियुक्त पीसीसी दीपक बैज आ रहे हैं। पार्टी पदाधिकारी और तमाम नेता बैज की आगवानी में लग जाएंगे। इसलिए विभागों का बंटवारा होना होगा तो आज रात तक ही किया जा सकता है। भिलाई पहुंचे आम आदमी पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष कोमल उपेड़ी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा केवल आदिवासी जनप्रतिनिधियों का उपयोग करती है और काम निकल जाने के बाद उन्हें किनारे कर देती है । कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे मोहन मरकाम के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। उन्होंने डीएमएफ फंड के घोटाले की बात सामने लाई तो उन्हें यूपी के पद से हटा दिया और मंत्री बनाकर ऐसा विभाग दिया गया। जिसमें वे फेलियर साबित हो जाए और उनकी राजनीति खत्म हो जाए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में उपस्थिति दर्ज कराएगी। आज भिलाई में कॉंग्रेस और भाजपा के चार लोगो ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस दौरान प्रदेशाध्यक्ष ने उनको पार्टी की सदस्यता दी।