CG Politics | Photo Credit: IBC24
रायपुर: CG Politics डबल इंजन की सरकार डबल प्रेशर भी लेती है। जाहिर है इस सूरतेहाल में रियलिटी चेक भी जरूरी है और फॉरवर्ड प्लानिंग भी मैनपाट की मास्टर क्लास को डिकोड करें तो कुल जमा हासिल-ए-महफिल यही नजर आता है। सरकारें या पार्टियां पहले नरेटिव गढ़ती हैं। फिर उसे रोज मजबूत करती हैं। जैसे पिछली कांग्रेस सरकार ने OBC को सत्ता की धुरी बनाने या दिखाने की कोशिश की। अब प्रदेश की बीजेपी सरकार ‘आदिवासी बहुल’ राज्य वाली इमेज को मजबूत कर रही है। जहां CM खुद आदिवासी हैं। मैनपाट, जहां बैठक हुई। वो भी प्रदेश का आदिवासी बहुल सरगुजा का हिस्सा है और कहा ये जा रहा है कि बीजेपी की तीन दिनी मास्टर क्लास का सारा फोकस SC-ST वोट बैंक को पार्टी के साथ मजबूती से जोड़े रखना है। सवाल है भला इसकी क्या जरूरत है? बीजेपी की सरकार को क्यों इसकी जरूरत पड़ी है और भविष्य में किस एक्शन प्लान पर बीजेपी अमल कर सकती है?
CG Politics छत्तीसगढ़ के मैनपाट में साय सरकार के सभी मंत्री,विधायक और बीजेपी के सांसदों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण हुआ। 3 दिन में कुल-12 सत्रों में, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान, भाजपा संगठन महामंत्री BL संतोष जैसे वरिष्ठ पदाधिकारी ने बीजेपी जनप्रतिनिधियों को विषयवार संबोधित किया। नेताओं को जनता के बीच रहने, व्यवहार संयमित रखने के साथ-साथ मीडिया और सोशल मीडिया पर कैसे संभल कर एक्टिव रहना है इसके लिए निर्देश मिले हैं। इसके अलावा पार्टी ने तय किया है कि प्रदेश के ST-SC वर्ग भाजपा के साथ बनाए रखने अब विशेष रणनीति के तहत काम होगा। भाजपा सत्ता और संगठन में आपसी तालमेल पर भी चर्चा हुई है। बीजेपी नेताओं का दावा है कि प्रशिक्षण से नेताओं दिशा और नए सियासी अस्त्र-शस्त्र मिले हैं।
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इधर, बीजेपी के प्रशिक्षण सत्र को नेताओं की पिकनिक बताते हुए जमकर तंज कसाते। PCC चीफ दीपक बैज ने कहा अगर वाकई बीजेपी सरकार ST,SC, OBC वर्ग का भला करना चाहती है तो उसे, संबंधित वर्गों से जुड़े अटके बिल पास करवाना चाहिए।
कुल मिलाकर भाजपा ने प्रशिक्षण सत्र के जरिए डबल इंजन सरकार के लिए आगे का एजेंडा सेट किया है। सत्ता-संगठन के आपसी तालमेल को टटोला है, लेकिन सवाल ये है कि कांग्रेस के पास आरोपों के पक्ष में क्या कोई तथ्य हैं? उससे भी बड़ा सवाल ये कि क्या अब प्रदेश में ST-SC वर्ग के हितैषी बनने की होड़ जोर पकड़ेगी?