नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में 12.55 बजे देश की नई संसद के शिलान्यास और भूमिपूजन का कार्यक्रम शुरू हुआ। पीएम नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में नई संसद भवन के शिलान्यास समारोह की पट्टिका का अनावरण किया।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को भूमि पूजन करने के साथ ही नये संसद भवन की आधारशिला रखी। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से CM शिवराज भूमिपूजन कार्यक्रम में वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े। सीएम शिवराज ने लोकसभा के नवीन भवन के भूमिपूजन कार्यक्रम में वीसी के जरिए शिरकत की। भूमि पूजन कार्यक्रम के लिए 200 लोगों को निमंत्रण दिया गया था। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री, संसद सदस्य सहित सभी लाइव वेबकास्ट के जरिए भूमि पूजन समारोह में मौजूद रहे। चार मंजिला नए संसद भवन का निर्माण कार्य भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ तक पूरा कर लिए जाने की संभावना है।
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इससे पहले वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भूमि पूजन कार्यक्रम आरंभ हुआ और इसके संपन्न होने के बाद शुभ मुहुर्त में प्रधानमंत्री ने परम्परागत विधि विधान के साथ आधारशिला रखी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई केंद्रीय मंत्री, बड़ी संख्या में सांसद और कई देशों के राजदूत इस ऐतिहासिक अवसर के गवाह बने।
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बता दें कि अक्टूबर 2022 तक नए संसद भवन का निर्माण पूरा करने की तैयारी है, ताकि देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर इसी भवन में सत्र का आयोजन हो सके।
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नए संसद भवन में लोकसभा का आकार मौजूदा आकार से से तीन गुना ज्यादा होगा। वहीं राज्य सभा की बैठक व्यवस्था में भी बढ़ोतरी की जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक अगले 100 सालों तक की स्थिति को ध्यान में रखकर नए संसद भवन का निर्माण किया जा रहा है। नए संसद भवन के डिजाइन में वर्तमान और भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बेहतर सुविधाओं, पर्याप्त स्थान और अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का प्रावधान किया गया है बता दें कि कुल 64 हजार 500 वर्गमीटर क्षेत्र में नए संसद भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड की ओर से कराया जाएगा। नए संसद भवन का निर्माण 971 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से 64,500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में किए जाने का प्रस्ताव है।
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ज्ञात हो कि नये संसद भवन के निर्माण का प्रस्ताव उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू एवं लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने क्रमशः राज्यसभा और लोक सभा में 5 अगस्त 2019 को किया था।
नये संसद भवन का डिजाइन अहमदाबाद के मैसर्स एचसीपी डिजाइन और मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा तैयार किया गया है और इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड द्वारा किया जाएगा।
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नये भवन को सभी आधुनिक दृश्य – श्रव्य संचार सुविधाओं और डाटा नेटवर्क प्रणालियों से सुसज्जित किया जाएगा। यह सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान दिया जा रहा है कि निर्माण कार्य के दौरान संसद के सत्रों के आयोजन में कम से कम व्यवधान हो और पर्यावरण संबंधी सभी सुरक्षा उपायों का पालन किया जाये।
लोकसभा सचिवालय के मुताबिक नए संसद भवन के लोकसभा कक्ष में 888 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी, जिसमें संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था भी होगी। इसी प्रकार, राज्य सभा कक्ष में 384 सदस्यों के बैठने की व्यवस्था होगी।
नए संसद भवन में भारत की गौरवशाली विरासत को भी दर्शाया जाएगा। देश के कोने-कोने से आए दस्तकार और शिल्पकार अपनी कला और योगदान के माध्यम से इस भवन में सांस्कृतिक विविधता का समावेश करेंगे।
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संसद भवन से सटी त्रिकोणीय आकार की नई इमारत सुरक्षा सुविधाओं से लैस होगी। नई लोकसभा मौजूदा आकार से तीन गुना बड़ी होगी और राज्यसभा के आकार में भी वृद्धि की गई है।
नया संसद भवन भारत के लोकतंत्र और भारतवासियों के गौरव का प्रतीक होगा जो न केवल देश के गौरवशाली इतिहास अपितु इसकी एकता और विविधता का भी परिचय देगा।
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