एजेपी ने असम विधानसभा चुनाव के लिए राइजर दल के साथ किया गठबंधन

एजेपी ने असम विधानसभा चुनाव के लिए राइजर दल के साथ किया गठबंधन

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  • Publish Date - February 4, 2021 / 11:33 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:16 PM IST

गुवाहाटी, चार फरवरी (भाषा) असम जातीय परिषद (एजेपी) के प्रमुख लुरिनज्योति गोगोई ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके दल ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अखिल गोगोई के नेतृत्व वाले राइजर दल के साथ गठबंधन किया है। अखिल गोगोई संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) विरोधी कार्यकर्ता हैं।

अखिल गोगोई के साथ गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (जीएमसीएच) में करीब ढाई घंटे की बातचीत के बाद पूर्व छात्र नेता लुरिनज्योति ने कहा कि दोनों नयी क्षेत्रीय पार्टियों ने गठबंधन किया है और इस संबंध में औपचारिक घोषणा जल्द ही की जाएगी। विभिन्न बीमारियों के कारण अखिल गोगोई का जीएमसीएच में इलाज चल रहा है।

गौरलतब है कि राइजर दल ने पिछले माह लुरिनज्योति को पत्र लिख कर दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन का आग्रह किया था।

लुरिनज्योति ने अस्पताल के बाहर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने पहले सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ एकजुट हो कर लड़ने की बात की थी। आज दोनों दलों ने गठबंधन कर लिया। आने वाले दिनों में दोनों दलों के नेताओं की मौजूदगी में इस संबंध में औपचारिक घोषणा की जाएगी।’

उन्होंने कहा कि एजेपी, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के साथ भी बातचीत कर रही है और बातचीत ‘‘सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है।’’

लुरिनज्योति ने कहा, ‘‘कार्बी आंगलोग के लिए ऑटोनॉमस स्टेट डिमांड कमेटी के साथ पहले ही समझौता कर लिया है। हम राजग के सहयोगी गणशक्ति और रभा हसोंग के साथ भी गठबंधन पर विचार कर रहे हैं। हम जातीय दलों के साथ गठबंधन करना चाहते हैं, जो समग्र राजनीति में शामिल हों।’’

हालिया बोडोलैंड क्षेत्रीय परिषद चुनाव के दौरान बीपीएफ का भाजपा के साथ रिश्ता बिगड़ गया क्योंकि भगवा पार्टी ने राज्य के अपने भागीदार को छोड़ दिया और निकाय पर शासन के लिए यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) और गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) के साथ हाथ मिला लिया।

दोनों नेताओं ने पिछले साल अपनी-अपनी पार्टी के गठन के बाद पहली बार मुलाकात की हालांकि दोनों के बीच पिछले कुछ समय से कई दौर की बात हुई थी।

अखिल गोगोई को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ हिंसक प्रदर्शनों में कथित भूमिका के लिए दिसंबर 2019 में गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल कोविड-19 से संक्रमित होने के बाद उन्हें जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। तब से वह कई बीमारियों का उपचार करा रहे हैं।

असम की 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए मार्च-अप्रैल में चुनाव होने की संभावना है। राज्य में 60 विधायकों के साथ भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है जबकि उसकी सहयोगी असम गण परिषद के 13 और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के 12 विधायक हैं।

सदन में विपक्षी कांग्रेस के 19 और ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के 14 विधायक हैं।

भाषा आशीष उमा

उमा