नयी दिल्ली, 23 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर की ‘रामचरितमानस’ पर विवादित टिप्पणी का समर्थन करते हुए आम आदमी पार्टी (आप) नेता का वीडियो साझा करने के बाद सोमवार को पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की।
भाजपा की दिल्ली इकाई के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने वीडियो को साझा करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा और उनसे पूछा कि क्या वह ‘आप’ के पूर्व मंत्री के “हिंदू विरोधी भाषण” से सहमत हैं।
गौतम ने एक धर्मांतरण कार्यक्रम में भाग लेने पर विवाद खड़ा होने के बाद पिछले साल अक्टूबर में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार से इस्तीफा दे दिया था। उस कार्यक्रम में हिंदू देवी-देवताओं का कथित रूप से अपमान किया गया था।
घटना के कथित वीडियो में गौतम हिंदी में कहते नजर आ रहे हैं, “बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने ‘मनुस्मृति’ और “रामचरितमानस’ के बारे में जो कहा, उनके पीछे देश का मीडिया पड़ गया। मैं पूछना चाहता हूं कि उन्होंने क्या गलत कहा? क्या उन्होंने अपनी पसंद से कहा?”
उन्होंने कहा, “मनुस्मृति और रामचरितमानस में जो कुछ भी लिखा है, उन्होंने केवल इतना ही कहा कि यह गलत और दलित विरोधी एवं महिला विरोधी है। क्या हमें डॉ. चंद्रशेखर के साथ नहीं खड़ा होना चाहिए? क्या देश के समतावादी और मानवतावादी लोगों को अंधे लोगों के पीछे आंखें मूंदकर चलना चाहिए?”
गौतम ने आगे कहा, “…आपके धर्मग्रंथ हमें इंसान का दर्जा देने को तैयार नहीं हैं। आपकी आस्था आस्था है। आप कह रहे हो कि आपकी आस्था को ठेस पहुंच रही है। हमारी बेटियों और बहनों के साथ रोज बलात्कार हो रहे हैं, हमारे नौजवानों को रोज मारा जा रहा है, हमारी झुग्गियों को रोज जलाया जा रहा है।”
बिहार के मंत्री ने ‘रामचरितमानस’ में कथित रूप से कई छंदों को निचली जातियों के खिलाफ भेदभाव को बढ़ावा देने वाला करार दिया था। इसके बारे में जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने रामायण के लोकप्रिय संस्करण की तुलना ‘मनुस्मृति’ और आरएसएस के विचारक एम. एस. गोलवलकर की “बंच ऑफ थॉट्स” से की।
कपूर ने ट्विटर पर कहा, “अरविंद केजरीवाल जी आगे आइए और हमें बताइये कि क्या आप पूर्व मंत्री राजेंद्र पाल के हिंदू विरोधी बयानों से सहतम हैं? अगर नहीं तो राजेंद्र पाल गौतम को आम आदमी पार्टी से निष्कासित कीजिए या हिंदुओं द्वारा बहिष्कृत किए जाने के लिये तैयार रहिए।”
भाषा जितेंद्र प्रशांत
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