Watch Video: बैठक के दौरान आपस में भिड़े भाजपा कार्यकता्र, जमकर हुई धक्का-मुक्की

Watch Video: बैठक के दौरान आपस में भिड़े भाजपा कार्यकता्र, जमकर हुई धक्का-मुक्की

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  • Publish Date - March 25, 2019 / 05:48 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:25 PM IST

नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के चलते पूरे देश की सियासत में सरगर्मी बढ़ी हुई है। चुनाव में जीत दर्ज करने सभी दलों के कार्यकर्ता ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। वहीं, राजनीतिक दलों के नेता भी लगातार पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक कर रहे हैं। सोमवार को राजस्थान के सीकर सीट के लिए भाजपा कार्यकर्ताओं बैठक का आयोजन किया गया था। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता ही आपस में भिड़ गए। कार्यकर्ताओं में जमकर झुमा झटकी हुई और बात हाथापाई तक आ पहुंची थी। फिर जैसे तैसे मामले को शांत कराया गया।

<blockquote class=”twitter-tweet” data-lang=”en”><p lang=”en” dir=”ltr”><a href=”https://twitter.com/hashtag/WATCH?src=hash&amp;ref_src=twsrc%5Etfw”>#WATCH</a> Rajasthan: Ruckus ensued at BJP meeting in Sikar when quarrel broke out between a group of supporters of Sumedhanand Saraswati &amp; another group of his opponents over him being given ticket from Sikar Lok Sabha constituency. Situation was later brought under control. <a href=”https://t.co/J0AYSrpz3y”>pic.twitter.com/J0AYSrpz3y</a></p>&mdash; ANI (@ANI) <a href=”https://twitter.com/ANI/status/1110224616755212288?ref_src=twsrc%5Etfw”>March 25, 2019</a></blockquote>
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दरअसल चुनाव के लिए सीकर विधानसभा के कार्यकर्ताओं की हुई बैठक में सांसद समर्थक और विरोधी गुट उम्मीदवारी को लेकर आपस में उलझ गए। जिससे एकबारगी बैठक में माहौल गर्मा गया। हालांकि बाद में शीर्ष नेताओं ने मामला सुलझा दिया। दरअसल सीकर संसदीय सीट के लिए भाजपा ने सांसद सुमेधानंद सरस्वती को फिर से अपना उम्मीदवार तय किया है। जिसके बाद आज जिले की आठों विधानसभाओं में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक आयोजित हो रही है। इसी दौरान सीकर विधानसभा कार्यकर्ताओं की बैठक में जब सांसद सुमेधानंद सरस्वती की उम्मीदवारी पर चर्चा हुई तो जिला परिषद सदस्य जगदीश लोरा ने सांसद की उम्मीदवारी पर सवाल खड़े कर दिए। कहा कि पांच साल तक सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने उनकी कोई सुनवाई नहीं की। इसी दौरान भाजपा के कुछ ओर कार्यकर्ताओं ने भी सांसद के विरोध में सुर मिला दिए। इससे सांसद समर्थक कार्यकर्ताओं ने एकबारगी तो उन्हें शांत करने की कोशिश की, लेकिन कुछ देर बाद ही मामला धक्का मुक्की तक पहुंच गया। हालांकि बाद में पूर्व विधायक रतन जलधारी, गोरधन वर्मा और यूआईटी के पूर्व चेयरमैन हरिराम रणवां ने कार्यकर्ताओं को शांत करा दिया और सांसद सुमेधानंद सरस्वती के पक्ष में एकजुट रहकर केंद्र में फिर से नरेन्द्र मोदी की सरकार बनाने की बात कही।

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बतादें कि सांसद सुमेधानंद सरस्वती को टिकट मिलने के बाद से जिले में भाजपा में धड़ेबाजी शुरू हो गई थी। यूआईटी के पूर्व चेयरमैन हरिराम रणवां और नीमकाथाना के पूर्व विधायक प्रेम ङ्क्षसह बाजौर द्वारा टिकट का विरोध किए जाने की बात सामने आई थी। लेकिन, इसकी सूचना पर प्रदेश आलाकमान ने इन नेताओं को शनिवार को जयपुर तलब कर लिया था और सांसद सुमेधानंद सरस्वती के पक्ष में रहने की नसीहत देकर वापस लौटा दिया था।