Pahalgam attack and Operation Sindoor || Image- Sansad TV file
Live discussion on Pahalgam attack and Operation Sindoor: नई दिल्ली: एक हफ़्ते के हंगामे के बाद आज सोमवार को संसद में ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम हमले पर चर्चा शुरू होने वाली है। इस पूरे मुद्दे पर बहस के लिए भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) और विपक्ष द्वारा लोकसभा और राज्यसभा दोनों में अपने सबसे तेजतर्रार नेताओं को उतार सकती है। सूत्रों ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर इस विषय पर बोलेंगे। इसी तरह दोनों सदनों में विपक्ष के नेता राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे, समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और अन्य के साथ मिलकर सरकार के खिलाफ मोर्चा संभाल सकते हैं।
विपक्ष ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे। इस हमले के पीछे भारतीय ख़ुफ़िया विभाग की चूक और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम की मध्यस्थता के दावों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर रही है।
इन मुद्दों पर लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बार-बार सरकार की विदेश नीति पर हमला किया है। उन्होंने दावा किया था कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत को अंतर्राष्ट्रीय समर्थन नहीं मिला था। विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधने के लिए उन्होंने ट्रंप के बयानों का हवाला दिया था। कांग्रेस का दावा है कि, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प बीते 10 मई से “26 बार” कह चुके है कि, उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध रुकवाने में उनकी भूमिका रही है।
Live discussion on Pahalgam attack and Operation Sindoor: विपक्षी दल के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने X पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, लोकसभा में कल पहलगाम-ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की बहस होगी, और उसके एक दिन बाद राज्यसभा में भी। उन्होंने याद दिलाया कि ऑपरेशन सिंदूर रोके जाने के तुरंत बाद कांग्रेस ने दो दिन का विशेष सत्र बुलाने की माँग की थी। उन्होंने आगे कहा कि 22 अप्रैल के पहलगाम हमले के लिए सीधे तौर पर ज़िम्मेदार आतंकवादियों को अभी तक न्याय के कटघरे में नहीं लाया गया है और कथित तौर पर वे पुंछ (दिसंबर 2023) और गंगागीर व गुलमर्ग (अक्टूबर 2024) में हुए हमलों में शामिल थे।
रमेश ने कहा कि 24 अप्रैल को एक सर्वदलीय बैठक बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री की बजाय रक्षा मंत्री ने की, जैसा कि माँग थी, जहाँ खुफिया चूक पर सवाल उठाए गए। उन्होंने यह भी कहा कि 14 जुलाई, 2025 को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने सार्वजनिक रूप से पहलगाम हमले को सुरक्षा विफलता बताया था।
लोकसभा में कल से पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर पर 16 घंटे की बहस शुरू होने जा रही है और राज्यसभा में यह बहस परसों होगी। ऑपरेशन सिंदूर को अचानक रोके जाने के बाद कांग्रेस पार्टी ने तुरंत दो दिवसीय विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी, जिसे सरकार ने नजरअंदाज कर दिया। फिर भी, देर आए…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) July 27, 2025