CHINA on arunachalpradesh/ image source: IBC24
China on Arunachal Pradesh: नई दिल्ली: चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश को अपने क्षेत्र के रूप में दावा किया है। मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि जांगनान, जिसे भारत अरुणाचल प्रदेश के नाम से जानता है, चीन का हिस्सा है। माओ निंग ने स्पष्ट किया कि चीन ने भारत द्वारा अवैध रूप से स्थापित इस क्षेत्र को कभी मान्यता नहीं दी है। चीन का यह बयान उस विवाद के बीच आया है, जिसमें भारतीय महिला पेम वांगजॉम थांगडॉक के शंघाई एयरपोर्ट पर हिरासत में लेने और उनके साथ कथित बदसलूकी के आरोप शामिल हैं।
Our EAM hasn’t uttered a word on Indian-origin women being detained in China &Arunachal being declared their territory
Some paid agents reported, citing ‘sources’, that India has reacted strongly🙄
Today, the Chinese FM officially declared Arunachal as part of China
-Nimbu… pic.twitter.com/cHJsIVYd4Q
— Avishek Goyal (@AG_knocks) November 25, 2025
चीनी प्रवक्ता माओ ने महिला के साथ किसी प्रकार की जबरदस्ती या परेशान करने की घटना से इनकार किया और कहा कि एयरलाइन ने पेम को आराम, पानी और भोजन की सुविधा भी प्रदान की। उन्होंने बताया कि महिला के मामले में नियमों के अनुसार जांच प्रक्रिया अपनाई गई थी।
China on Arunachal Pradesh: इस पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन चाहे जितना भी इनकार करे, सच्चाई नहीं बदल सकती। भारत ने पेम के साथ हिरासत के मामले को चीन के सामने गंभीरता से उठाया है, लेकिन चीनी अधिकारियों ने अब तक यह नहीं बताया कि महिला को क्यों रोका गया।
China on Arunachal Pradesh: दरअसल, इस विवाद की शुरुआत यूके में रहने वाली भारतीय नागरिक पेम वांगजोम थांगडॉक के सोशल मीडिया पोस्ट से हुई। पेम ने बताया कि 21 नवंबर को वह लंदन से जापान जा रही थीं और शंघाई के पुडोंग एयरपोर्ट पर उनका 3 घंटे का ट्रांजिट था। इस दौरान चीनी अधिकारियों ने उनके भारतीय पासपोर्ट को “इनवैलिड” घोषित कर दिया, क्योंकि इसमें जन्मस्थान के रूप में अरुणाचल प्रदेश लिखा था। पेम ने पोस्ट में भारतीय विदेश मंत्रालय को टैग करते हुए सवाल किया था कि क्या अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा है।
इस घटना के बाद भारत ने चीन को स्पष्ट रूप से बताया कि किसी भी भारतीय नागरिक के पासपोर्ट के आधार पर उनका क्षेत्र मान्यता का सवाल नहीं उठाया जा सकता। भारत ने पेम की हिरासत को बेतुका और अनुचित बताया।
अरुणाचल प्रदेश पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जो उत्तर और उत्तर-पश्चिम में तिब्बत, पश्चिम में भूटान और पूर्व में म्यांमार से सीमित है। इसे पूर्वोत्तर का सुरक्षा कवच भी माना जाता है। चीन का दावा पूरी अरुणाचल प्रदेश पर है, लेकिन वास्तविकता में उसकी नजर विशेष रूप से तवांग जिले पर केंद्रित है।