China on Arunachal Pradesh: चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर कहा ‘जांगनान हमारा हिस्सा’, भारत ने दिया सैवेज जवाब, दोस्ती के दावों के बाद क्या फिर होगी जिंगपिंग और मोदी में टक्कर?

चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश को अपने क्षेत्र के रूप में दावा किया है। मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि जांगनान, जिसे भारत अरुणाचल प्रदेश के नाम से जानता है, चीन का हिस्सा है।

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  • Publish Date - November 26, 2025 / 07:33 AM IST,
    Updated On - November 26, 2025 / 07:39 AM IST

CHINA on arunachalpradesh/ image source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • चीन ने अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताते हुए जांगनान कहा।
  • भारतीय महिला पेम वांगजॉम थांगडोक के पासपोर्ट विवाद से तनाव बढ़ा।
  • भारत ने कहा अरुणाचल प्रदेश उसका अविभाज्य हिस्सा है।

China on Arunachal Pradesh: नई दिल्ली: चीन ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश को अपने क्षेत्र के रूप में दावा किया है। मंगलवार को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा कि जांगनान, जिसे भारत अरुणाचल प्रदेश के नाम से जानता है, चीन का हिस्सा है। माओ निंग ने स्पष्ट किया कि चीन ने भारत द्वारा अवैध रूप से स्थापित इस क्षेत्र को कभी मान्यता नहीं दी है। चीन का यह बयान उस विवाद के बीच आया है, जिसमें भारतीय महिला पेम वांगजॉम थांगडॉक के शंघाई एयरपोर्ट पर हिरासत में लेने और उनके साथ कथित बदसलूकी के आरोप शामिल हैं।

चीन ने पेम के साथ बदसलूकी के आरोपों को भी नकारा

चीनी प्रवक्ता माओ ने महिला के साथ किसी प्रकार की जबरदस्ती या परेशान करने की घटना से इनकार किया और कहा कि एयरलाइन ने पेम को आराम, पानी और भोजन की सुविधा भी प्रदान की। उन्होंने बताया कि महिला के मामले में नियमों के अनुसार जांच प्रक्रिया अपनाई गई थी।

चीन के बयान पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया

China on Arunachal Pradesh: इस पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि चीन चाहे जितना भी इनकार करे, सच्चाई नहीं बदल सकती। भारत ने पेम के साथ हिरासत के मामले को चीन के सामने गंभीरता से उठाया है, लेकिन चीनी अधिकारियों ने अब तक यह नहीं बताया कि महिला को क्यों रोका गया।

क्या है पूरा मामला ?

China on Arunachal Pradesh: दरअसल, इस विवाद की शुरुआत यूके में रहने वाली भारतीय नागरिक पेम वांगजोम थांगडॉक के सोशल मीडिया पोस्ट से हुई। पेम ने बताया कि 21 नवंबर को वह लंदन से जापान जा रही थीं और शंघाई के पुडोंग एयरपोर्ट पर उनका 3 घंटे का ट्रांजिट था। इस दौरान चीनी अधिकारियों ने उनके भारतीय पासपोर्ट को “इनवैलिड” घोषित कर दिया, क्योंकि इसमें जन्मस्थान के रूप में अरुणाचल प्रदेश लिखा था। पेम ने पोस्ट में भारतीय विदेश मंत्रालय को टैग करते हुए सवाल किया था कि क्या अरुणाचल प्रदेश चीन का हिस्सा है।

इस घटना के बाद भारत ने चीन को स्पष्ट रूप से बताया कि किसी भी भारतीय नागरिक के पासपोर्ट के आधार पर उनका क्षेत्र मान्यता का सवाल नहीं उठाया जा सकता। भारत ने पेम की हिरासत को बेतुका और अनुचित बताया।

क्यों अरुणाचल को अपना हिस्सा बताता है चीन ?

अरुणाचल प्रदेश पूर्वोत्तर भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जो उत्तर और उत्तर-पश्चिम में तिब्बत, पश्चिम में भूटान और पूर्व में म्यांमार से सीमित है। इसे पूर्वोत्तर का सुरक्षा कवच भी माना जाता है। चीन का दावा पूरी अरुणाचल प्रदेश पर है, लेकिन वास्तविकता में उसकी नजर विशेष रूप से तवांग जिले पर केंद्रित है।

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चीन ने अरुणाचल प्रदेश को किस नाम से अपने क्षेत्र में बताया?

चीन ने इसे जांगनान के नाम से अपने क्षेत्र का हिस्सा बताया।

पेम वांगजॉम थांगडोक के मामले में क्या विवाद हुआ?

शंघाई एयरपोर्ट पर उनके भारतीय पासपोर्ट को “इनवैलिड” घोषित किया गया क्योंकि उसमें जन्मस्थान अरुणाचल प्रदेश लिखा था।

भारत ने इस पर क्या रुख अपनाया?

भारत ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है और चीन का कोई दावा स्वीकार्य नहीं है।