टीका राष्ट्रवाद दुनिया के लिए खतरा: रामाफोसा

टीका राष्ट्रवाद दुनिया के लिए खतरा: रामाफोसा

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  • Publish Date - January 26, 2021 / 10:58 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:20 PM IST

नयी दिल्ली, 26 जनवरी (भाषा) ‘टीका राष्ट्रवाद’ के खतरों के प्रति आगाह करते हुए दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने मंगलवार को कहा कि यदि कुछ देश अपने लोगों को टीका देते हैं और अन्य देश नहीं दे पाते तो सब लोग सुरक्षित नहीं हो सकते।

विश्व आर्थिक मंच के डिजिटल माध्यम से आयोजित दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन में उन्होंने कहा, “हम जिन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं वह वायरस द्वारा निर्मित नहीं हैं बल्कि हमारे द्वारा बनाई गई हैं।”

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने कहा कि गरीबी, पर्यावरण को हो रहा नुकसान और युद्ध यह सभी हमारे द्वारा की गई कार्रवाई या कई बार अकर्मण्यता का नतीजा है।

उन्होंने कहा कि दशकों में पहली बार गरीबी बढ़ने के आसार हैं और दुनिया चौराहे पर खड़ी है।

रामाफोसा ने नए रास्ते अपनाने की वकालत की और कहा कि हमारे सामने दुनिया को उस मुकाम पर ले जाने की चुनौती नहीं है जहां वह महामारी से पहले खड़ी थी।

कोविड-19 पर उन्होंने कहा कि महामारी से मुकाबले के लिए अफ्रीकी देश साथ मिलकर योजना पर काम कर रहे हैं और इसके लिए ‘अफ्रीकी चिकित्सकीय आपूर्ति मंच’ का गठन किया गया है जिससे अफ्रीकी देशों को देशों कम कीमत पर चिकित्सा सामग्री उपलब्ध हो रही है।

इसके साथ ही रामाफोसा ने टीके की उपलब्धता पर चिंता प्रकट की।

उन्होंने कहा, “हम टीका राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चिंतित हैं। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो सभी देश महामारी से नहीं उबर पाएंगे।”

भाषा यश माधव

माधव