अदाणी ऊर्जा पार्क संबंधी खबर पर कांग्रेस का आरोप: सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला

अदाणी ऊर्जा पार्क संबंधी खबर पर कांग्रेस का आरोप: सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला

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  • Publish Date - February 12, 2025 / 07:12 PM IST,
    Updated On - February 12, 2025 / 07:12 PM IST

नयी दिल्ली, 12 फरवरी (भाषा) कांग्रेस ने एक व्यावसायिक समूह के ऊर्जा पार्क स्थापित करने के लिए सीमा सुरक्षा नियमों में ढील दिए जाने की खबर को लेकर बुधवार को केंद्र पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि उसने एक अरबपति को फायदा पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाला है।

कांग्रेस के प्रमुख नेताओं ने जिस खबर का हवाला दिया उसमें दावा किया गया है कि सरकार ने गुजरात में अदाणी समूह के नवीकरणीय ऊर्जा पार्क के लिए मार्ग प्रशस्त करने के मकसद से पाकिस्तान सीमा पर राष्ट्रीय सुरक्षा प्रोटोकॉल में ढील दी है।

पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का छद्म राष्ट्रवाद का चेहरा एक बार फिर बेनकाब हो गया है।

अदाणी समूह की ओर से इस आरोप पर फिलहाल प्रतिक्रिया नहीं आई है।

खरगे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘नरेन्द्र मोदी जी, आपने निजी अरबपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए हमारी सीमाओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डाल दिया है।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या यह सच है कि आपने सीमा सुरक्षा नियमों में ढील देकर अपने ‘प्रिय मित्र’ को पाकिस्तान के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से सिर्फ एक किलोमीटर निकट एक बहुमूल्य रणनीतिक भूमि उपहार में दी है?’’

कांग्रेस अध्यक्ष ने यह भी पूछा, ‘‘क्या यह सच नहीं है कि आपकी सरकार ने न केवल भारत-पाकिस्तान सीमा पर, बल्कि बांग्लादेश, चीन, म्यांमार और नेपाल से सटी भूमि पर भी ऐसे नियमों में ढील दी है, जिससे हमारी सामरिक और सीमा सुरक्षा खतरे में पड़ गई है?’’

कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को यह बताना चाहिए कि राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने वाला इस तरह का कदम क्यों उठाया गया।

वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मोदी सरकार की मित्रता हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। भारत की सबसे बड़ी सौर परियोजना को पाकिस्तान सीमा से मुश्किल से एक किमी दूर बनाने की अनुमति देना बेहद खतरनाक है और सभी स्थापित सैन्य मानदंडों के खिलाफ है।’’

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने सवाल किया कि क्या प्रधानमंत्री के ‘मित्र’ को देश के सारे संसाधन सौंपने का सिलसिला यहां तक पहुंच गया है कि सीमा सुरक्षा के नियम भी बदले जा रहे हैं?

उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘मित्र’ को सस्ती जमीन और व्यापारिक लाभ देने के लिए सेना की सुरक्षा जिम्मेदारियों को मुश्किल और संवेदनशील बनाया जा रहा है।

प्रियंका गांधी ने सवाल किया कि क्या एक व्यक्ति का व्यापारिक हित देश की सुरक्षा के सवाल से भी बड़ा है?

भाषा हक

हक पवनेश

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