संसद सत्र के दौरान राहुल गांधी के विदेश जाने से कांग्रेस नेता नाखुश, बोले गंवा दिया सरकार को घेरने का मौका

संसद सत्र के दौरान राहुल गांधी के विदेश जाने से कांग्रेस नेता नाखुश, बोले गंवा दिया सरकार को घेरने का मौका

  •  
  • Publish Date - September 14, 2020 / 09:04 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:05 PM IST

नई दिल्‍ली। संसद का मानसून सत्र सोमवार को शुरू हो गया है, वहीं कोरोना महामारी को लेकर मोदी पर लगातार हमला करने वाले राहुल गांधी संसद से नदारद नजर आए। राहुल गांधी ने स्‍पीकर को पत्र लिखकर लोकसभा से अवकाश लिया हुआ है। उन्‍होंने पत्र में कहा है कि वह अपनी मां व कांग्रेस की अंतरिम अध्‍यक्ष सोनिया गांधी के नियमित चेकअप के लिए विदेश जा रहे हैं।

ये भी पढ़ें:राहुल गांधी ने किया ट्वीट, अनियोजित लॉकडाउन एक व्यक्ति के अहंकार की देन है, ज…

वहीं राहुल गांधी के इस समय विदेश जाने को लेकर कांग्रेस के कुछ नेता नाखुश हैं। उनका मानना है कि संसद में प्रश्‍नकाल को हटाया गया, साथ ही बिहार और पश्चिम बंगाल के चुनाव आने वाले हैं, ऐसे में राहुल गांधी को संसद में मौजूद होना चाहिए था। यह महत्वपूर्ण है, राहुल गांधी कांग्रेस के वो नेता हैं जो लगातार कोरोना महामारी, अर्थव्‍यवस्‍था और चीन के मुद्दे पर सरकार को लगातार घेरते आए हैं। ऐसे में उनके साथियों का मानना है कि उन्‍हें यहां इस समय मौजूद रहकर सरकार को घेरना चाहिए था।

ये भी पढ़ें: मांड्या मंदिर के पुजारियों की हत्या के मामले में पांच गिरफ्तार

इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यही वह समय है जब राहुल गांधी और कांग्रेस अन्य विपक्षी दलों के साथ संपर्क साधने की कोशिश कर सकते हैं, राहुल गांधी पर अक्सर आरोप लगाया जाता रहा है कि वह तब मौजूद नहीं होते हैं, जब उनकी सबसे ज्यादा जरूरत होती है। चाहे वह सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हों या दिल्ली दंगों के दौरान। भले ही वह चीन के मुद्दे पर आक्रामक रहे हो, लेकिन उन्‍होंने रक्षा मुद्दे पर संसदीय समिति की 11 बैठकों को भी अटेंड नहीं किया।

ये भी पढ़ें: भारत में कोविड-19 के मामले 48 लाख के पार, मृतक संख्या 79,722 हुई

राहुल गांधी के समर्थकों का कहना है कि उन्हें मुद्दों को उठाने के लिए मौजूद नहीं होना चाहिए क्योंकि उनका समर्थन हमेशा स्‍टेज के पीछे से होता है, साथ ही, इस मामले में अनुपस्थिति के एक व्यक्तिगत कारण को राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए, हालांकि, तथ्य यह है कि राहुल गांधी की अनुपस्थिति ने उनकी पार्टी को बैकफुट पर डाल दिया है।