राज्यों में सौहार्दपूर्ण संबंधों से भाषाई अल्पसंख्यकों को बिना डर के रहने में मदद मिलेगी : मंत्री

राज्यों में सौहार्दपूर्ण संबंधों से भाषाई अल्पसंख्यकों को बिना डर के रहने में मदद मिलेगी : मंत्री

राज्यों में सौहार्दपूर्ण संबंधों से भाषाई अल्पसंख्यकों को बिना डर के रहने में मदद मिलेगी : मंत्री
Modified Date: September 29, 2023 / 07:38 pm IST
Published Date: September 29, 2023 7:38 pm IST

चेन्नई, 29 सितंबर (भाषा) तमिलनाडु के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन ने कहा कि निचले तटीय राज्यों के साथ कावेरी जल बंटवारे पर कर्नाटक का अडिग रुख राज्यों के बीच मित्रता के लिए अच्छा संकेत नहीं है। उन्होंने टिप्पणी की कि भाषाई अल्पसंख्यक केवल तभी बिना किसी डर के रह सकते हैं जब दो पड़ोसी राज्यों के बीच सौहार्द्र कायम हो।

साथ ही, उन्होंने कावेरी मुद्दे पर बेंगलुरु में तमिल अभिनेता सिद्धार्थ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कन्नड़ समर्थक समूहों द्वारा किए गए हंगामे को ‘‘अनुचित’’ बताया।

मंत्री ने उच्चतम न्यायालय के फैसले को न मानने और न ही कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण की बात मानने या राज्य में खेती बचाने के लिए कावेरी जल के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की आग्रह को स्वीकार नहीं करने के कर्नाटक के सख्त रुख को ‘अनुचित’ करार दिया।

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दुरईमुरुगन ने कहा कि पड़ोसी राज्य ने प्राकृतिक न्याय के कानून को बनाए रखने से इनकार कर दिया है, यह कानून इस बात को सुनिश्चित करता है कि पानी अंतिम छोर तक पहुंचे।

उन्होंने कहा कि कर्नाटक ने कावेरी जल विनियमन समिति के आदेश को भी मानने से इनकार कर दिया।

उन्होंने कहा, ‘‘हजारों तमिल कर्नाटक में रहते हैं और हजारों कन्नड़ तमिलनाडु में रहते हैं, क्योंकि दोनों राज्य सीमा साझा करते हैं। वहां दैनिक आवाजाही भी है। इसलिए, जब दोनों राज्य के संबंध सौहार्दपूर्ण हो तो उनमें निवास करने वाले लोग बिना डर के रह सकते हैं ।’’

उन्होंने कहा कि इसे भूलकर यह कहना कि वे न तो शीर्ष अदालत के आदेश का सम्मान करेंगे और न ही सीडब्ल्यूए, सीडब्ल्यूआरसी या मुख्यमंत्री के अनुरोध का सम्मान करेंगे, अनुचित है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा दावा करने वाले कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार जैसे अनुभवी नेता हैं ।

मंत्री ने कहा, ‘‘इन दोनों नेताओं के प्रति मेरे मन में सम्मान है… लेकिन जो भी हो, मैं तमिलनाडु को कावेरी का पानी देने का आदेश देने के लिए उच्चतम न्यायालय और सीडब्ल्यूएमए को धन्यवाद देता हूं। हमें अब पानी मिल रहा है।’’

उन्होंने कहा कि उनका प्रदेश अब 12,500 क्यूसेक पानी छोड़ जाने पर जोर देगा।

भाषा रंजन रंजन पवनेश

पवनेश


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