नई दिल्ली। पंजाब के संगरूर में बोरवेल में गिरे 3 साल के फतेहवीर सिंह मौत से जिंदगी की जंग हार गया। 109 घंटे के चले रेस्क्यू अभियान के बाद फतेहवीर को सुबह सवा पांच बजे के आसपास निकाला गया। उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उसने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
#WATCH Punjab: Two-year-old Fatehveer Singh, who had fallen into a borewell in Sangrur, rescued after almost 109-hour long rescue operation. He has been taken to a hospital. pic.twitter.com/VH6xSZ4rPV
— ANI (@ANI) June 11, 2019
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गड्ढे से बाहर निकालने के दौरान फतेहवीर की चलती सांसों की डोर ने लोगों की उम्मीदों को बांध रखा था। खुशी थी कि मासूम ठीक हो जाएगा। सब अच्छा हो जाएगा। डॉक्टरों के मुताबिक बच्चे के शरीर में सूजन था। बच्चे की हालत बेहद नाजुक थी। बच्चे की जिंदगी के लिए दुआओं का दौर चल रहा था। लेकिन मासूम की मौत ने हर किसी की आंखे नम कर दी है। पंजाब के सीएम अमरिंदर सिंह ने भी बच्चे की मौत पर दुख जताया है।
Punjab CM Cpt Amarinder Singh tweets, “Very sad to hear about tragic death of young Fatehveer. I pray Waheguru grants his family strength to bear this huge loss. Have sought reports from all DCs regarding any open bore well, so such terrible accidents can be prevented in future.” pic.twitter.com/9aLrDI21zc
— ANI (@ANI) June 11, 2019
बता दें गुरुवार को शाम चार बजे फतेहवीर सिंह खेलते खेलते बोरवेल में गिर गया था। पुलिस और एनडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू अभियान चलाया। पांच दिनों बाद सुबह सवा पांच बजे उन्हें सफलता मिली।
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बोरवेल के अंदर ऑक्सीजन की सप्लाई बढ़ा दी गई थी। इसके अलावा बच्चे पर नजर रखने के लिए एक कैमरा भी लगाया गया था। बचाव दल में NDRF के 26 सदस्य थे। घटनास्थल पर चौबीसों घंटे डॉक्टरों की टीम और एंबुलेंस तैनात थे। घटना के लगभग 40 घंटे बाद शनिवार सुबह पांच बजे उसके शरीर में हलचल देखी गई। बच्चा 10 जून को 3 साल का हो गया था।
बचपन पर हवस का दंश !