Delhi Blast Case/Image Source: IBC24
नई दिल्ली: Delhi Blast Case: देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास हुए भीषण धमाके को तीन दिन बीत चुके हैं, लेकिन उस दर्दनाक रात के निशान आज भी शहर की हवा में तैर रहे हैं। धमाके की तीसरी सुबह फिर एक खौफनाक मंजर सामने आया धमाके की जगह से करीब 500 मीटर दूर एक मकान की छत पर इंसान का कटा हुआ हाथ मिला।
Delhi Blast Case: स्थानीय लोगों ने छत पर किसी अजीब चीज को देखकर पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुँची तो यह देखकर सभी सन्न रह गए। आसपास का इलाका तुरंत सील कर दिया गया। तीन दिन बाद भी शवों के टुकड़े मिलना इस बात की गवाही है कि 10 नवंबर की शाम लाल किले के पास हुआ विस्फोट कितना भयावह था। 10 नवंबर की शाम लगभग 6:50 बजे, लाल किले के पास ट्रैफिक सिग्नल पर खड़ी एक i20 कार में जबरदस्त धमाका हुआ। धमाका इतना शक्तिशाली था कि आसपास खड़ी गाड़ियाँ पलट गईं, दुकानों के शीशे चकनाचूर हो गए और सड़कें खून से लाल हो गईं। धमाके की आवाज़ कई किलोमीटर दूर तक सुनी गई। शुरुआती जांच में पाया गया कि ब्लास्ट में इस्तेमाल विस्फोटक बेहद उच्च क्षमता वाला था।
Delhi Blast Case: 12 नवंबर को जारी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने उस भयावहता की पुष्टि कर दी, जिसका अंदाज़ा लोगों ने सिर्फ सुना था। रिपोर्ट के मुताबिक, इस धमाके में कुल 12 लोगों की मौत हुई और कई गंभीर रूप से घायल हैं। डॉक्टरों के अनुसार मृतकों की हड्डियाँ पूरी तरह टूट गई थीं, सिर और छाती पर गहरी चोटें, फेफड़े और आंतें फटी मिलीं, कई शवों के कान के पर्दे फट गए, और शरीर के भीतर ब्लास्ट की तरंगों से अंदरूनी अंग चकनाचूर हो गए। यह रिपोर्ट यह दिखाती है कि धमाके की शक्ति इतनी थी कि कुछ ही सेकंड में पूरा इलाका मौत के मंजर में बदल गया। धमाके के तीसरे दिन भी पुलिस और एनएसजी की टीमें इलाके की बारीकी से तलाशी ले रही हैं। अब तक घटनास्थल और उसके आस-पास से मानव शरीर के कई हिस्से, धातु के टुकड़े, और कार के इंजन के अवशेष बरामद किए जा चुके हैं।