( तस्वीरों सहित )
अहमदाबाद, 19 जुलाई (भाषा) गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के कई हिस्सों में बुधवार को मूसलाधार वर्षा हुई जिससे निचले इलाकों में बाढ़ आ गयी तथा कई गांवों का संपर्क कट गया। कई स्थानों पर प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
अधिकारियों ने बताया कि जूनागढ़ के मंगरोल तालुका में वर्षा के कारण कई गांवों में पानी घरों में घुस गया तथा बाढ़ में सड़कों के डूब जाने के कारण कई क्षेत्रों का संपर्क कट गया। जगह जगह पानी भर जाने के कारण जिले में जनजीवन थम गया है।
राज्य आपात अभियान केंद्र (एसईओसी) ने बताया कि बुधवार को भारी बारिश की मार सबसे अधिक जूनागढ़ जिले पर पड़ी। जिले के मंगरोल तालुका में सुबह छह बजे से पिछले आठ घंटे में 290 मिलीमीटर वर्षा हुई है जबकि मलिया हटीना तालुका में 191 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी।
एसईओसी के अनुसार, इस दौरान जूनागढ़ के केशोड और मानवदार में क्रमश: 111 और 110 मिलीमीटर वर्षा हुई।
केंद्र का कहना है कि पानी छोड़े जाने के कारण बांधों तथा ओजस जैसी मानसूनी नदियों का पानी बाहर आने से स्थिति बिगड़ गयी है, गांवों में पानी घरों में घुस गया तथा खेत झील में तब्दील हो गये। अचानक बाढ़ आने के कारण लोगों ने अपने घरों की छतों पर शरण ले रखी है।
जिले के जूनागढ़ शहर तथा केशोड में सामान्य जनजीवन पटरी से उतर गया है । निचले क्षेत्रों में कई सड़कें एवं वाहन पानी में डूबे हुए हैं।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल और स्थानीय पुलिस के दलों ने जिले के प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को बाहर निकाला और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
अधिकारियों ने बताया कि एक एनडीआरएफ टीम ने गिर सोमनाथ के वेरावल तालुका में पानी में डूबे गांवों से 100 से अधिक लोगों को बचाया । गिर सोमनाथ बुधवार को हुई वर्षा के कारण सबसे प्रभावित जिलों में एक है।
जूनागढ़ के जिला प्रशासन ने बताया कि जिले में कम से कम 14 गांवों के संपर्क मार्ग जलमग्न हैं। बाढ़ जैसी स्थिति के कारण सौराष्ट्र में राज्य परिवहन बस सेवा रोक दी गयी है।
दक्षिण गुजरात के वलसाड और सूरत जिलों में भी भारी वर्षा ने असर डाला है। वलसाड के वापी शहर में कई आवासीय परिसरों में पानी भर गया।
भाषा
राजकुमार मनीषा
मनीषा