गुरुग्राम, 28 दिसंबर (भाषा) पुलिस हिरासत में मरने वाले एक व्यक्ति के परिवार ने आरोप लगाया कि चार पुलिसकर्मियों ने उसे चार लाख रुपये की रिश्वत नहीं देने पर मुठभेड़ में मार डालने की धमकी दी थी।
वहीं, गुरुग्राम पुलिस ने कहा कि उस व्यक्ति ने फर्रुखनगर में अपराध इकाई की हवालात में आत्महत्या कर ली थी। फिलहाल पुलिस विभाग ने चार पुलिसकर्मियों का पुलिस लाइन में तबादला कर दिया गया है और आरोपों की जांच के लिए हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
राजस्थान के भिवाड़ी जिले के रामपुर गांव निवासी आसिफ इकबाल (22) को शुक्रवार को फर्रुखनगर इलाके से गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस के मुताबिक, आरोपी पर 2022 से लगातार आठ साल तक चोरी के आरोप लगे हैं जिनमें दिल्ली में एक, फरीदाबाद में तीन और गुरुग्राम जिले में चोरी के चार मामले शामिल हैं। आरोपी को चार मामलों में अदालत ने सजा भी सुनाई थी। गिरफ्तारी के बाद उसे फर्रुखनगर की अपराध शाखा में हिरासत में रखा गया था।
पुलिस ने कहा कि शुक्रवार को दोपहर करीब 3:45 बजे आरोपी ने कथित तौर पर फटे रजाई के कवर का उपयोग करके बनाए गए फंदे के जरिये फांसी लगा ली थी। यह रजाई उसे सर्दियों में उपयोग के लिए दी गई थी।
उसे अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि इसके बाद मामले की मजिस्ट्रेट जांच के लिए अधिकारियों को सूचित किया गया और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की गई।
उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम में मामूली चोटें सामने आई हैं और विसरा जांच के लिए भेजा गया है।
इकबाल के परिवार ने रविवार को आरोप लगाया कि उसे गिरफ्तार करने आए चार पुलिसकर्मियों ने चार लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी लेकिन बाद में पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर दो लाख रुपये मांगे क्योंकि वे गरीब थे और साथ ही चेतावनी दी कि अगर उन्हें दो लाख रुपये नहीं दिए गए तो इकबाल को मुठभेड़ में मार दिया जाएगा।
पुलिस ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच जारी है।
भाषा
संतोष गोला
गोला