शिमला, 10 अगस्त (भाषा) हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई तथा भूस्खलन एवं अचानक आई बाढ़ के कारण राज्य में 135 सड़कें बंद रहीं। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
लाहौल एवं स्पीति, चंबा और सिरमौर जिलों में भारी बारिश, भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ के कारण नुकसान की खबरें आई हैं, लेकिन किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है।
लाहौल और स्पीति पुलिस ने निवासियों और यात्रियों को अत्यधिक सावधानी बरतने और जाहलमान नाले को पार न करने की सलाह जारी की है। यहां जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है।
स्थानीय मौसम कार्यालय ने शनिवार को अलग-अलग स्थानों पर हुई अत्याधिक बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ तथा 16 अगस्त तक भारी वर्षा के ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई और शुक्रवार शाम से नाहन (सिरमौर) में सबसे अधिक 168.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, इसके बाद संधोल में 106.4 मिमी, नगरोटा सूरियां में 93.2 मिमी, धौलाकुआं में 67 मिमी, जुब्बरहट्टी में 53.2 मिमी और कण्डाघाट में 45.6 मिमी बारिश हुई।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार सिरमौर में 42, कुल्लू में 37, मंडी में 29, शिमला में 17, कांगड़ा में पांच, किन्नौर में चार, लाहौल और स्पीति जिले में एक सहित 135 सड़कें बंद हैं, जबकि बारिश के कारण 24 बिजली और 56 जलापूर्ति योजनाएं बाधित हुई हैं।
मौसम विभाग ने रविवार सुबह तक चंबा, कांगड़ा, मंडी, सिरमौर और शिमला जिलों के अलग-अलग हिस्सों में हल्के से मध्यम स्तर के बाढ़ की चेतावनी भी जारी किया है।
मौसम विभाग ने तेज हवाओं और निचले इलाकों में जलभराव के कारण बागानों, खड़ी फसलों और कच्चे मकानों को नुकसान पहुंचने की भी आशंका जताई है।
हमीरपुर जिले में शनिवार को अत्याधिक बारिश के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ के मद्देनजर हमीरपुर के उपायुक्त अमरजीत सिंह ने निवासियों से सावधानी बरतने और नदियों व नालों के पास जाने से बचने की अपील की है।
उन्होंने लोगों से खराब मौसम में पेड़ों के नीचे शरण न लेने और बिजली के तारों से सुरक्षित दूरी बनाए रखने को भी कहा।
अधिकारियों ने बताया कि 27 जून से नौ अगस्त के बीच बारिश से संबंधित घटनाओं में 100 से अधिक लोग मारे गए हैं और राज्य को लगभग 842 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
भाषा शुभम माधव
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