Heavy Rain Alert Issues: राज्य के इन जिलों आज फिर होगी मूसलाधार बारिश.. अबतक 37 की मौत, 400 करोड़ से ज्यादा संपत्ति का नुकसान

राज्य भर में 250 सड़कें बंद हैं, 500 से अधिक बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) काम नहीं कर रहे हैं और लगभग 700 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। गौरतलब है कि, इस बीच शिमला में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित स्कूली बच्चे हैं।

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  • Publish Date - July 4, 2025 / 07:05 AM IST,
    Updated On - July 4, 2025 / 07:09 AM IST

Heavy rain alert has been issued in many districts in himachal pradesh || Image- Mint file

HIGHLIGHTS
  • हिमाचल में भारी बारिश, कई जिलों में अलर्ट जारी।
  • मंडी में सबसे ज्यादा नुकसान, राहत कार्य जारी।
  • 37 मौतें, 400 करोड़ की संपत्ति तबाह।

Heavy rain alert has been issued in many districts in himachal pradesh: शिमला: पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में मानसून कहर बनकर टूट रहा है। लगातार हो रही बारिश से नदी-नालें उफान पर है। स्कूलों को बंद करने का देश दिया गया है और आम लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।

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राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में अबतक 37 से अधिक लोगों की मौत हो गई है और 400 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान हुआ है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राज्य के कई जिलों में 7 जुलाई तक बारिश की चेतावनी जारी की है।

बारिश में तबाह हुई करोड़ की संपत्ति

हिमाचल प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, लगातार मानसूनी बारिश के कारण राज्य को 400 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है। प्रभावित इलाकों में खोज, बचाव और राहत अभियान जारी है, खासकर सबसे अधिक प्रभावित मंडी जिले में सड़कें ब्लॉक हो चुके है और कई जरूरी सेवाएं पूरी तरह से बंद है।

Heavy rain alert has been issued in many districts in himachal pradesh: विभाग के विशेष सचिव डीसी राणा ने बुधवार को मीडिया से बात करते हुए बताया कि, “हमने अब तक 400 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान दर्ज किया है, जैसा कि हमारे सिस्टम में दर्ज है। लेकिन वास्तविक नुकसान इससे कहीं अधिक होने की संभावना है।” उन्होंने कहा, “इस समय हमारा प्राथमिक ध्यान खोज, बचाव और पुनर्स्थापना पर है। विस्तृत क्षति आकलन में समय लगेगा। फ़िलहाल सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र मंडी का थुनाग उपमंडल है , जहां बड़े पैमाने पर बहाली के प्रयास जारी हैं।”

बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित

स्पेशल सेक्रेटरी राणा ने कहा, “सड़कें अवरुद्ध हैं, बिजली और पानी की आपूर्ति प्रभावित हुई है और वाहनों की आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई है। वरिष्ठ अधिकारी वहां तैनात हैं। पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर सड़क बहाली की देखरेख कर रहे हैं, जबकि बिजली बोर्ड के परिचालन निदेशक और जल शक्ति के मुख्य अभियंता भी मंडी में मौजूद हैं।”

अब तक 37 की मौत

Heavy rain alert has been issued in many districts in himachal pradesh: अब तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, चालू मानसून सीजन के दौरान बारिश से संबंधित घटनाओं के कारण 37 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, इस अवधि के दौरान सड़क दुर्घटनाओं के कारण 26 लोगों की मौत हुई है। अधिकारियों ने बताया कि अकेले मंडी जिले में 40 लोग लापता हैं और व्यापक तलाशी अभियान जारी है। राणा ने कहा, ” मंडी का एक गांव तबाह हो गया है। वहां एक राहत शिविर स्थापित किया गया है और कल भारतीय वायुसेना द्वारा भोजन के पैकेट गिराए गए।” राणा ने कहा, “ये घटनाएं ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन का परिणाम हैं। हिमाचल प्रदेश भी इन प्रभावों से अछूता नहीं है।”

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250 सड़के पूरी तरह बंद और ध्वस्त

राज्य भर में 250 सड़कें बंद हैं, 500 से अधिक बिजली वितरण ट्रांसफार्मर (डीटीआर) काम नहीं कर रहे हैं और लगभग 700 पेयजल योजनाएं प्रभावित हुई हैं। गौरतलब है कि, इस बीच शिमला में भारी बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित स्कूली बच्चे हैं।

प्रश्न 1: हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश को लेकर कौन-कौन से अलर्ट जारी किए गए हैं?

उत्तर: भारतीय मौसम विभाग ने 4 जुलाई के लिए येलो अलर्ट और 5 से 9 जुलाई तक के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

प्रश्न 2: भारी बारिश से हिमाचल प्रदेश में कितना नुकसान हुआ है?

उत्तर: अब तक 400 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का नुकसान हो चुका है और 37 से अधिक लोगों की मौत हुई है।

प्रश्न 3: सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र कौन-सा है?

उत्तर: मंडी जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, विशेष रूप से थुनाग उपमंडल में हालात गंभीर हैं।