कश्मीरी पंडितों ने घाटी में लक्षित हत्याओं के विरोध में जम्मू-अखनूर मार्ग को अवरूद्ध किया

कश्मीरी पंडितों ने घाटी में लक्षित हत्याओं के विरोध में जम्मू-अखनूर मार्ग को अवरूद्ध किया

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  • Publish Date - October 15, 2022 / 07:06 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:24 PM IST

जम्मू, 15 अक्टूबर (भाषा) घाटी से स्थानांतरित करने की मांग कर रहे सैकड़ों विस्थापित कश्मीरी पंडित कर्मचारियों ने घाटी में अपने समुदाय के सदस्यों की लक्षित हत्याओं के विरोध में शनिवार को जम्मू-अखनूर मार्ग अवरूद्ध कर दिया।

दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के चौधरी गुंड इलाके में शनिवार दोपहर आतंकवादियों ने पूरन कृष्ण भट की उनके आवास के पास गोली मारकर हत्या कर दी।

मई में कश्मीर में राहुल भट की हत्या के बाद से पिछले पांच महीनों में प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत कार्यरत कश्मीरी पंडित जम्मू में राहत आयुक्त कार्यालय में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

कश्मीरी पंडित की हत्या की खबर मिलने पर प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थल से बाहर आए और आतंकवादियों द्वारा लक्षित हत्याओं और सरकार की कथित विफलता की निंदा करते हुए मुख्य सड़क की ओर मार्च किया और राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया।

प्रदर्शनकारियों में शामिल निखिल कौल ने कहा, ‘‘इन लक्षित हत्याओं के साथ हमारी आशंका फिर सच साबित हुई है। हम पहले ही घाटी छोड़ चुके हैं वरना हमें लगता है कि हम में से कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया जाता।’’

कौल ने कहा कि कश्मीरी पंडित कहते रहे हैं कि घाटी में स्थिति उनके लिए सुरक्षित नहीं है, लेकिन ‘‘यह सरकार अपने रुख पर कायम है और पुनर्वास के लिए उनकी दलीलों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।’’

एक अन्य प्रदर्शनकारी योगेश पंडित ने कहा कि प्रशासन बायोमेट्रिक उपस्थिति अनिवार्य करने और उनके वेतन को रोकने के रूप में ‘‘मृत्यु वारंट’’ जारी करके उन पर फिर से काम करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘भट की हत्या ने घाटी में बेहतर सुरक्षा स्थिति के बारे में सरकार के दावों को उजागर कर दिया है। सही मायनों में स्थिति सामान्य होने तक हम वापस नहीं लौटेंगे।’’

पंडित ने कहा कि उन्होंने पिछले एक साल में सिलसिलेवार लक्षित हत्याओं के बाद घाटी से अपने स्थानांतरण के लिए ज्ञापन और विरोध प्रदर्शन के माध्यम से सरकार तक पहुंचने की कोशिश की है। उन्होंने कहा, ‘‘यह सरकार गूंगी, बहरी और अंधी है।’’ पंड़ित ने कहा कि उनकी क्या गलती थी जिसके लिए उन्हें आतंकवादियों द्वारा बेरहमी से मार दिया जा रहा है।

राष्ट्रीय बजरंग दल के कार्यकर्ता भी प्रदर्शनकारियों में शामिल हुए और घाटी में आतंकवादियों द्वारा लगातार लक्षित हत्याओं की निंदा करने के लिए पाकिस्तान का पुतला फूंका।

भाषा आशीष माधव

माधव