तिरूवनंतपुरम, 21 जून (भाषा) केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने फाइलों के निस्तारण में नौकरशाही की तरफ से होने वाले विलंब की आलोचना की और कहा कि आम आदमी की जरूरतों एवं आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सिविल सेवा की क्षमता में सुधार की जरूरत है।
फाइलों के निस्तारण में सरकारी अधिकारियों से बेवजह विलंब नहीं करने और लालफीताशाही को दूर कर फाइलों को आगे बढ़ाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें यह तथ्य स्वीकार करना चाहिए कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में लोग ही वास्तविक मालिक होते हैं।
विजयन ने कहा, ‘‘अब भी अधिकारियों का एक धड़ा सिविल सेवा की छवि को खराब कर रहा है। उनका रवैया होता है कि चाहे जो हो जाए वे नहीं बदलेंगे। ऐसे अधिकारी मामूली चीजों का हवाला देकर फाइल में विलंब करते हैं।’’
वह गैर सरकारी संगठनों के संघ की तरफ से यहां आयोजित एक वेबिनार में बोल रहे थे जिसका विषय था सिविल सेवा और नए केरल का निर्माण।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कार्यालय लोगों के लिए होते हैं और अधिकारियों को धैर्य से उनकी शिकायतें सुननी चाहिए और उनका स्पष्ट एवं तार्किक जवाब देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि परियोजना के लिए तय धन बिना एक पैसे गंवाए खर्च किए जाएं और ऐसा करने में विफल रहने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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