केरल भीड़ हिंसा हत्या: मुख्यमंत्री ने दिया न्याय का आश्वासन, माकपा ने आरएसएस-भाजपा पर निशाना साधा

केरल भीड़ हिंसा हत्या: मुख्यमंत्री ने दिया न्याय का आश्वासन, माकपा ने आरएसएस-भाजपा पर निशाना साधा

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  • Publish Date - December 22, 2025 / 04:56 PM IST,
    Updated On - December 22, 2025 / 04:56 PM IST

तिरुवनंतपुरम, 22 दिसंबर (भाषा) केरल सरकार ने सोमवार को छत्तीसगढ़ के एक निवासी की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया और परिवार को न्याय दिलाने का वादा किया। वहीं, सत्तारूढ़ मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने इस हमले को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा। पलक्कड़ जिले के वालयार के पास किझाकेट्टप्पल्लम में चोरी में शामिल होने के आरोप में रामनारायण (31) की बुधवार को कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी।

केरल के मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन ने सोमवार को आश्वासन दिया कि पलक्कड़ जिले के वालयार में भीड़ हिंसा में जान गंवाने वाले छत्तीसगढ़ के मूल निवासी रामनारायण के परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने इस घटना को बेहद चिंताजनक बताया और कहा कि ऐसे कृत्य केरल जैसे प्रगतिशील समाज की प्रतिष्ठा को धूमिल करते हैं और पूरी तरह अस्वीकार्य हैं।

राज्य मंत्री एम बी राजेश ने दावा किया कि पीड़ित के साथ नस्लीय दुर्व्यवहार किया गया और हमलावर आरएसएस कार्यकर्ता थे। सत्तारूढ़ माकपा के राज्य सचिव एम वी गोविंदन ने भी आरोप लगाया कि इस घटना में आरएसएस-भाजपा कार्यकर्ताओं का हाथ था।

मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में विजयन ने कहा कि इस अपराध के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और जिला पुलिस प्रमुख के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल इस घटना की जांच कर रहा है।

मामले के सभी विवरणों की गहन जांच करने और सभी आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। विजयन ने कहा कि सरकार मामले की समीक्षा करेगी और पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा सुनिश्चित करेगी।

मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी विपक्षी दल कांग्रेस और पीड़ित परिवार की ओर से मुआवजे और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम सहित कड़े कानूनों के तहत जांच की मांग किए जाने के एक दिन बाद आई है।

रामनारायण (31) के भाई ने रविवार को पत्रकारों से कहा था कि जब तक 25 लाख रुपये के मुआवजे की मांग और अन्य मांगें पूरी नहीं हो जाती तब तक परिवार शव नहीं लेगा।

केरल के मंत्री के. राजन और राजेश ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह सिर्फ भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने का मामला नहीं है, बल्कि इसमें नस्लीय भेदभाव भी शामिल है।

मंत्रियों ने कहा कि आरोपियों ने पीड़ित को ‘बांग्लादेशी’ कहकर पुकारा और पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी।

राजस्व मंत्री राजन ने त्रिशूर में पत्रकारों से कहा, ‘सरकार इस घटना की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करेगी और अपराध में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।’

उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार को मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष (सीएमडीआरएफ) से कम से कम 10 लाख रुपये की राशि दी जाएगी और इस संबंध में मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। राजेश ने यह भी कहा कि हमलावरों ने रामनारायण को बांग्लादेशी कहा था।

पलक्कड़ में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने आरोप लगाया कि रामनारायण पर बेरहमी से हमला करने और उनकी हत्या करने वाले आरएसएस कार्यकर्ता थे।

राजेश ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मूल निवासी रामनारायण नौकरी की तलाश में केरल आए थे लेकिन संघ परिवार की ‘विभाजनकारी राजनीति’ का शिकार हो गए।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘किसी व्यक्ति को बांग्लादेशी करार देना नस्लीय राजनीति की उपज है। रामनारायण संघ परिवार द्वारा देश में फैलाए गए नस्लीय जहर का शिकार हुए।’’

वहीं माकपा नेता गोविंदन ने आरोप लगाया कि इसके पीछे आरएसएस-भाजपा कार्यकर्ता का हाथ है।

उन्होंने कहा, ‘‘ उन सभी की पहचान कर ली गई है। राज्य में इस तरह की क्रूरता को दोबारा होने नहीं दिया जाना चाहिए…।’’

इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता कुम्मनम राजशेखरन ने पार्टी और आरएसएस पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया।

उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, ‘ ऐसे अपराधों में राजनीति को क्यों घसीटा जा रहा है? जब पीट पीट कर हत्या जैसा जघन्य अपराध होता है, तो क्या उसे असामाजिक कृत्य नहीं माना जाना चाहिए?’

पलक्कड़ के पुलिस अधीक्षक अजीत कुमार ने कहा कि फिलहाल मामला हत्या की धाराओं के तहत दर्ज किया गया है और विस्तृत जांच के बाद इसमें और धाराएं जोड़ी जाएंगी।

उन्होंने पलक्कड़ में पत्रकारों से कहा कि मृतक के जाति प्रमाणपत्र की पुष्टि के बाद, अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम भी लागू किया जाएगा। इस घटना की जांच के लिए डीएसपी (जिला अपराध शाखा) के नेतृत्व में 10 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। एसआईटी का निर्देशन और पर्यवेक्षण डीएसपी के अधीन होगा।

जब पत्रकारों ने आरोपियों की राजनीतिक पृष्ठभूमि के बारे में पूछा, तो अधिकारी ने कहा कि इसकी पुष्टि की जा रही है।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार व्यक्तियों के खिलाफ पहले भी पुलिस में मामले दर्ज हैं।

रामनारायण की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

भाषा शोभना मनीषा

मनीषा