Maha Kumbh Stampede: ’17 घंटे तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं होती’, संसद में गूंजा महाकुंभ में मची भगदड़ का मामला, सांसद मनोज झा ने उठाए ये सवाल, देखें वीडियो

Maha Kumbh Stampede: '17 घंटे तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं होती', संसद में गूंजा महाकुंभ में मची भगदड़ का मामला, सांसद मनोज झा ने उठाए ये सवाल, देखें वीडियो

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  • Publish Date - February 6, 2025 / 01:13 PM IST,
    Updated On - February 6, 2025 / 01:29 PM IST

Maha Kumbh Stampede | Image Source: Sansad TV

नई दिल्ली: Maha Kumbh Stampede प्रयागराज के महाकुंभ में 29 जनवरी को हुई भगदड़ की घटना पर राजनीतिक सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन विपक्ष उत्तर प्रदेश सरकार को इस मुद्दे को लेकर घेर रहा है। मामला अब संसद में भी गुंजना शुरू हो गया है। महाकुंभ में हुई भगदड़ में मरने वाले श्रद्धालुओं के सही आंकड़े पेश नहीं किए जाने पर संसद में भी सवाल खड़े हुए हैं। विपक्ष की ओर से यह लगातार सवाल उठाया जा रहा है कि इस घटनास्थल की जिम्मेदारी कौन लेगा?

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आरजेडी सांसद मनोज झा ने उठाए सवाल

Maha Kumbh Stampede आरजेडी के सांसद मनोज झा ने कहा कि महाकुंभ में जो जाने गई है मैं उनके लिए अपने सभी साथियों की ओर श्रद्धां​जलि व्य​क्त करता हूं। उन्होंने सवाल खड़ा करते हुए कहा कि मैं आंकड़ों में नहीं जाउंगा। मैं कोविड के दौर का भी गवाह हूं। कितनी लाशें बिना उपस्थिति के चली गई। उन्होंने कहा कि ये सभी अति साधारण लोग है। जिंदगी में डिगनिटी चाहिए। ये संविधान भी कहता है। लेकिन मौत में उससे ​बड़ी डिगनिटी चाहिए।

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उन्होंने आगे कहा कि मैं क्या आंकड़े की बात करूं। मैं जानता हूं मुझे भी फोन आते हैं आपको भी फोन आते होंगे कि वो गया है कोई खबर ​नहीं लग रही है। वो व्यग्रता वो चिंता तब बढ़ जाती है न जब 17 घंटे तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं होती तो अफवाह फैलती है।

सुनिए मनोज झा ने और क्या कहा

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महाकुंभ भगदड़ में कितने लोग मारे गए थे?

महाकुंभ भगदड़ में मरने वाले श्रद्धालुओं के सही आंकड़े अभी तक सामने नहीं आए हैं, जिस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।

विपक्ष महाकुंभ भगदड़ पर क्या सवाल उठा रहा है?

विपक्ष यह सवाल उठा रहा है कि इस घटना की जिम्मेदारी कौन लेगा और मरने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़े सही तरीके से क्यों पेश नहीं किए गए।

आरजेडी सांसद मनोज झा ने इस घटना पर क्या प्रतिक्रिया दी है?

मनोज झा ने कहा कि वह आंकड़ों की बात नहीं करना चाहते और आरोप लगाया कि जब 17 घंटे तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं होती, तो अफवाहें फैलती हैं।

इस मुद्दे पर संसद में क्या चर्चा हो रही है?

संसद में विपक्ष ने महाकुंभ भगदड़ पर सवाल उठाया है, खासकर मरने वाले श्रद्धालुओं के आंकड़ों के बारे में।