स्कूल में कृमि मुक्ति की दवा खाकर बिगड़ी 80 से अधिक बच्चों की तबीयत, गिरने लगे बेहोश होकर

स्कूल में कृमि मुक्ति की दवा खाकर बिगड़ी 80 से अधिक बच्चों की तबीयत! More than 80 Students unconscious in School after take albendazole

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  • Publish Date - April 22, 2022 / 05:17 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

भागलपुर: Students unconscious in school प्रदेश सरकार बच्चों को कृमि मुक्त करने अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत बच्चों को स्कूलों में ही कृमि मुक्ति की दवा खिलाई जा रही है। लेकिन शुक्रवार को भागलपुर के एक स्कूल में कृमि मुक्ति की दवा एल्बेंडाजोल खाने से 80 से अधिक बच्चे बीमार हो गए। बताया जा रहा है कि दवा खाने के बाद उन्हें उल्टी-दस्त जैसी शिकायत होने लगी है। वहीं, कुछ बच्चे इस दवा को खाकर बेहोश हो गए थे। बच्चों की बिगड़ती हालत को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने आनन-फानन में उन्हें अस्पताल पहुंचाया, जहां उनका उपचार जारी है।>>*IBC24 News Channel के WhatsApp  ग्रुप से जुड़ने के लिए Click करें*<<

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Students unconscious in school मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर के नाथनगर प्रखंड के मध्य विद्यालय अजमेरीपुर में एल्बेंडाजोल दवा खिलाने के बाद 30 से अधिक बच्चे बीमार हो गए। बच्चों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल नाथनगर में भर्ती किया गया है। बच्चों के बीमार होने से आक्रोशित परिजनों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों ने एएनएम को बंधक बना लिया था। शिक्षक स्कूल छोड़कर भाग गए हैं। डॉक्टरों के साथ अधिकारी स्कूल पहुंचकर मामले की जांच कर रहे हैं।

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बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह एएनएम की ओर से शिक्षकों के सहयोग से स्कूल के बच्चों को एल्बेंडाजोल दवा खिलाया। दवा खाने के बाद बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। चक्कर और उल्टी के अलावा कई बच्चे बेहोश होने लगी। घटना की जानकारी मिलने के बाद काफी संख्या में ग्रामीण जुट गये। ग्रामीणों से स्कूल में हंगामा किया और एएनएम रंजीता कुमारी को बंधक बनाकर मारपीट किया।

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ग्रामीणों ने स्कूलों में तोड़फोड़ भी किया। हंगामा देख स्कूल के शिक्षक भाग गये। घटना की जानकारी मिलने के बाद डीसीएलआर सदर के अलावा नाथनगर बीडीओ, सीओ और डाक्टरों की टीम स्कूल पहुंची। अधिकारियों ने एएनएम को मुक्त कराने के बाद बीमार बच्चों को इलाज के लिए ऐम्बुलेंस से रेफरल अस्पताल नाथनगर भेजा। कई परिजन खुद बच्चों को लेकर अस्पताल पहुंचे।

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डीसीएलआर सदर गिरिजेश कुमार ने बताया कि सभी बीमार बच्चों का इलाज सरकारी और निजी अस्पताल में चल रहा है। सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं। पूरे मामले की जांच की जा रही है। सांसद अजय मंडल ने बताया कि बच्चों के बीमार होने की जानकारी ग्रामीणों द्वारा दी गयी। इसके बाद उन्होंने डीएम और अन्य अधिकारियों से बात की। यह गंभीर मामला है। जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने को कहा गया है।

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वहीं, मुंगेर में भी शुक्रवार को बरियारपुर प्रखंड के शाह जुबैर मध्य विद्यालय घोरघट में एल्बेंडाजोल दवा खिलाने के कुछ देर के बाद ही बच्चों की तबियत खराब होने लगी। कई बच्चे बेहोश होने लगे। कई बच्चों को चक्कर आने लगा। करीब 50 से अधिक बच्चे बीमार पड़ गए। बच्चों के बीमार होने की सूचना पीएचसी प्रभारी को दी गई। इसके बाद डॉक्टरों की टीम विद्यालय पहुंची और बीमार छात्र-छात्राओं का इलाज करने लगे। जिन बच्चों की ज्यादा तबीयत खराब हुई, उन्हें एंबुलेंस से बरियारपुर पीएचसी लाया गया। पीएचसी में सभी का इलाज चल रहा है। बताया जाता है कि लगभग आधा दर्जन से अधिक बच्चों का दम फूलने लगा तो उन्हें ऑक्सीजन लगाया गया है। करण कुमार साक्षी कुमारी, रूपा कुमारी सभी वर्ग सप्तम, सुप्रिया कुमारी, रितिका कुमारी वर्ग चतुर्थ, सोनू कुमार, शिवम कुमार, अंजनी कुमारी वर्ग पंचम आदि को बेहतर इलाज के लिए ऑक्सीजन लगाया जा रहा है।

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