(फाइल फोटो के साथ)
श्रीनगर, 25 अप्रैल (भाषा) हुर्रियत कांफ्रेंस के प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक ने पहलगाम हमले की निंदा करते हुए शुक्रवार को कहा यह समझ से परे है और पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
मीरवाइज को चार सप्ताह बाद शहर के नौहट्टा इलाके में जामिया मस्जिद में शुक्रवार की सामूहिक नमाज अदा करने की अनुमति दी गई।
उन्होंने सरकार से हमले में घायल हुए लोगों से मिलने की अनुमति मांगी।
मीरवाइज और मस्जिद में मौजूद लोगों ने पीड़ित परिवारों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नमाज से पहले एक मिनट का मौन रखा।
उन्होंने मस्जिद में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, “इन हत्याओं ने हमारे दिलों को छलनी कर दिया है। हमने सुना है कि इन लोगों से पहले उनकी धार्मिक पहचान पूछी गई और फिर उनके परिवारों के सामने उनकी हत्या कर दी गई। यह हरकत समझ से परे है।”
मीरवाइज ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग, चाहे वे किसी भी धर्म के हों, इन हत्याओं की कड़ी निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा, “अपनों को खोने का दर्द कश्मीर के लोगों से बेहतर कौन समझ सकता है? मारे गए लोगों के प्रियजनों का दर्द हमसे ज्यादा कौन महसूस कर सकता है? इस घटना ने हमारे दिलों को दुखाया है।”
कश्मीर के मुख्य मौलवी ने कहा कि कश्मीर के लोग प्रभावित परिवारों के दुख में शामिल हैं और उनके साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा, “हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें धैर्य प्रदान करें। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना करते हैं।”
भाषा जोहेब अविनाश
अविनाश
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