PM Modi Today Speech: छत्तीसगढ़ में मिली PM नरेंद्र मोदी को अपने 11 सालों की सबसे बड़ी सफलता… खुद ही किया जिक्र, आप भी सुनें..

सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नांदिया में हुआ था। उन्हें "भारत के लौह पुरुष" के नाम से भी जाना जाता है, वे देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे। स्वतंत्रता के बाद 560 से ज़्यादा रियासतों और भारतीय संघ के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उन्हें व्यापक रूप से जाना जाता है।

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  • Publish Date - October 31, 2025 / 02:27 PM IST,
    Updated On - October 31, 2025 / 02:27 PM IST

PM Modi Speech on Naxalism || Image- PM Modi Twitter (X)

HIGHLIGHTS
  • मोदी बोले- नक्सलवाद की कमर टूटी
  • सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि
  • राष्ट्रीय एकता परेड में हुआ एयर शो

PM Modi Speech on Naxalism: एकता नगर: स्वतंत्र भारत के पहले गृहमंत्री और भारत के एकीकरण में सबसे बड़ी भूमिका निभाने वाले सरदार पटेल की 150वीं जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसके बाद एकता परेड, फ्लैग मार्च, महिला नेतृत्व में मार्च पास्ट, सांस्कृतिक कार्यक्रम और भारतीय वायुसेना का एयर शो आयोजित हुआ।

प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर मैं 140 करोड़ भारतीयों को बधाई देता हूं। जैसे ही राष्ट्रीय एकता परेड समाप्त हुई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उस पूरे रास्ते पर चले जहां परेड हो रही थी और वहां उपस्थित सभी लोगों का उत्साहपूर्वक अभिवादन किया।

नक्सलवाद का किया जिक्र

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज का संबोधन कई मायनों में खास रहा। उन्होंने कहा कि यह लौह पुरुष सरदार पटेल का भारत है। यह देश अपनी सुरक्षा और सम्मान से कभी समझौता नहीं करता। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर पिछले 11 साल में भारत की सबसे बड़ी सफलता नक्सलवाद और माओवाद की कमर तोड़ना है। उन्होंने कहा कि साढ़े पांच सौ से ज्यादा रियासतों को जोड़ने का असंभव कार्य सरदार पटेल ने संभव करके दिखाया था। “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” का विचार सरदार पटेल के लिए सर्वोपरी था। इसलिए आज सरदार पटेल जयंती का दिन स्वाभाविक रूप से राष्ट्रीय एकता का महापर्व बन गया है।

कांग्रेस पर लगाया बड़ा आरोप

PM Modi Speech on Naxalism: कार्यक्रम में बोलते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने विभाजन में योगदान देने के लिए कांग्रेस सरकार की आलोचना की और कहा कि उसने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से “गुलाम मानसिकता” अपनाई और इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस ने धार्मिक आधार पर वंदे मातरम का विभाजन हटा दिया।

उन्होंने कहा, “कांग्रेस को न केवल अंग्रेजों से अपनी पार्टी और सत्ता विरासत में मिली, बल्कि उसने गुलामी की मानसिकता को भी आत्मसात कर लिया। कुछ ही दिनों में वंदे मातरम अपनी 150वीं वर्षगांठ मनाएगा। 1905 में जब अंग्रेजों ने बंगाल का विभाजन किया, तो वंदे मातरम विरोध में हर नागरिक की आवाज बन गया। वंदे मातरम देश की एकता और एकजुटता की आवाज बन गया। अंग्रेजों ने वंदे मातरम के जाप पर प्रतिबंध लगाने की भी कोशिश की। अंग्रेज कभी सफल नहीं हुए। वंदे मातरम का जाप भारत के हर कोने में गूंजता रहा। लेकिन जो काम अंग्रेज नहीं कर पाए, वह कांग्रेस ने कर दिखाया। कांग्रेस ने धार्मिक आधार पर वंदे मातरम के एक हिस्से को हटा दिया। इसका मतलब है कि कांग्रेस ने समाज को बांटा और अंग्रेजों के एजेंडे को आगे बढ़ाया।”

पीएम मोदी ने दी सरदार पटेल को श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री ने कहा, ” जिस दिन कांग्रेस ने वंदे मातरम को तोड़ने, काटने और बांटने का फैसला किया, उसी दिन उसने भारत के विभाजन की नींव रख दी गई थी। अगर कांग्रेस ने वह पाप न किया होता, तो आज भारत की तस्वीर कुछ और होती।”

इस बीच, पीएम नरेंद्र मोदी ने एक्स पर साझा किया, “केवड़िया में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ पर सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह सरदार पटेल और भारत की एकता और ताकत के प्रति उनके दृष्टिकोण के लिए एक स्मारकीय श्रद्धांजलि है। दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा के रूप में खड़ी यह प्रतिमा राष्ट्रीय गौरव और सरदार पटेल के सपनों को पूरा करने के सामूहिक संकल्प का प्रतीक है।”

एक्स पर साझा की तस्वीरें

PM Modi Speech on Naxalism: इससे पहले शुक्रवार को, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्र के प्रारंभिक वर्षों में विचारधारा, शासन और नियति को आकार देने में सरदार पटेल के योगदान को याद किया। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक विज़ुअल पोस्ट साझा करते हुए उनकी दूरदर्शिता और जनसेवा की विरासत को याद किया।

“भारत सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी 150वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित करता है। वे भारत के एकीकरण के पीछे प्रेरक शक्ति थे, इस प्रकार उन्होंने अपने प्रारंभिक वर्षों में हमारे राष्ट्र के भाग्य को आकार दिया। राष्ट्रीय अखंडता, सुशासन और सार्वजनिक सेवा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। हम एकजुट, मजबूत और आत्मनिर्भर भारत के उनके दृष्टिकोण को बनाए रखने के अपने सामूहिक संकल्प की भी पुष्टि करते हैं,” पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा।

बता दें कि, सरदार पटेल का जन्म 31 अक्टूबर, 1875 को गुजरात के नांदिया में हुआ था। उन्हें “भारत के लौह पुरुष” के नाम से भी जाना जाता है, वे देश के पहले उप-प्रधानमंत्री और गृह मंत्री थे। स्वतंत्रता के बाद 560 से ज़्यादा रियासतों और भारतीय संघ के एकीकरण में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए उन्हें व्यापक रूप से जाना जाता है। उनके नेतृत्व ने यह सुनिश्चित किया कि भारत सबसे कठिन समय में एक एकीकृत और प्रतिष्ठित राष्ट्र के रूप में उभरे।

इन्हें भी पढ़ें:

Q1. प्रधानमंत्री मोदी का आज का संबोधन कहाँ हुआ?

A1. प्रधानमंत्री मोदी का संबोधन गुजरात के एकता नगर स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में हुआ।

Q2. प्रधानमंत्री ने किस सफलता का जिक्र किया?

A2. उन्होंने नक्सलवाद और माओवाद की कमर तोड़ने को अपनी सबसे बड़ी सफलता बताया।

Q3. सरदार पटेल जयंती पर क्या कार्यक्रम हुए?

A3. एकता परेड, फ्लैग मार्च, महिला मार्च पास्ट और वायुसेना का एयर शो आयोजित हुआ।