रेलवे ने पिछले वर्ष 21 मार्च से 31 जुलाई तक की यात्रा के रद्द टिकट के किराये वापसी का समय बढ़ाया

रेलवे ने पिछले वर्ष 21 मार्च से 31 जुलाई तक की यात्रा के रद्द टिकट के किराये वापसी का समय बढ़ाया

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  • Publish Date - January 7, 2021 / 03:54 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:42 PM IST

नयी दिल्ली, सात जनवरी (भाषा) रेल मंत्रालय ने कोरोना वायरस संकट को देखते हुए 21 मार्च से 31 जुलाई, 2020 तक के ट्रेन यात्रा के लिए काउंटर टिकट रद्द कराने की समय सीमा वर्तमान के छह महीने से बढ़ाकर नौ महीने कर दी है।

मंत्रालय ने इससे पहले इस सुविधा को तीन दिन से बढ़ाकर छह महीने किया था, जब कोरोना वायरस महामारी के चलते सभी नियमित ट्रेनें रद्द हो गई थीं।

मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘रेल मंत्रालय ने यात्रा अवधि 21 मार्च, 2020 से 31 जुलाई, 2020 तक पीआरएस काउंटर टिकटों को रद्द कराने और किराये वापसी के लिए समय सीमा यात्रा की तारीख से छह महीने से आगे नौ महीने तक बढ़ाने का फैसला किया है। यह केवल रेलवे द्वारा रद्द की गई नियमित समयबद्ध ट्रेनों के लिए लागू है।’’

इसमें कहा गया है, ‘‘यात्रा की तारीख से छह महीने की अवधि समाप्ति के बाद, कई यात्रियों ने टिकटों को जोनल रेलवे के दावा कार्यालय में टीडीआर या सामान्य आवेदन के जरिये मूल टिकटों के साथ जमा किया हो सकता है। ऐसे पीआरएस काउंटर टिकटों के किराये की पूर्ण वापसी भी ऐसे यात्रियों के लिए अनुमेय होगी।’’

मार्च में लॉकडाउन की घोषणा के तुरंत बाद और महामारी के कारण नियमित ट्रेन सेवाओं को निलंबित किये जाने के बाद टिकट रद्द करने की समयसीमा तीन दिन से बढ़ाकर तीन महीने कर दी गई थी और मई में इसे छह महीने के लिए बढ़ा दिया गया था।

यह काउंटरों पर यात्रियों की संख्या को सीमित करने और कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए किया गया था।

भाषा. अमित माधव

माधव