कोलकाता, 10 अगस्त (भाषा) केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार ने रविवार को दावा किया कि भूमि उपलब्धता के मुद्दों के कारण रेलवे पश्चिम बंगाल में 60 से अधिक परियोजनाओं को पूरा करने में असमर्थ है।
यह भी सुझाव दिया कि पश्चिम बंगाल सरकार व्यस्त सियालदह रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सियालदह टर्मिनल स्टेशन करने की सिफारिश करे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस प्रस्ताव को मंज़ूरी दे देगी।
उन्होंने सियालदह रेलवे स्टेशन पर एक वातानुकूलित ईएमयू ट्रेन सेवा का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘धन की कोई कमी नहीं है, लेकिन रेलवे भूमि उपलब्धता के मुद्दों के कारण पश्चिम बंगाल में 60 से अधिक परियोजनाओं को पूरा और चालू करने में असमर्थ है।’’
उन्होंने कहा कि रेलवे इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए आवश्यक धन उपलब्ध कराएगा। मजूमदार ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि पश्चिम बंगाल सरकार राजनीति से ऊपर उठकर इनके लिए जमीन उपलब्ध कराए, क्योंकि यह राज्य के 10 करोड़ लोगों के हित से जुड़ा है। यह राज्य के विकास के बारे में है।’’
मजूमदार ने पश्चिम बंगाल सरकार से डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के सम्मान में सियालदह रेलवे स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव भेजने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, ‘‘हम निश्चित रूप से केंद्र सरकार से स्टेशन का नाम बदलकर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सियालदह टर्मिनस करने के प्रस्ताव को मंज़ूरी दिलाएंगे।’’
एक अधिकारी ने बताया कि पूर्वी रेलवे के सियालदह मंडल में सियालदह और राणाघाट के बीच 76 किलोमीटर मार्ग पर नई एसी ट्रेन सेवा का व्यावसायिक संचालन सोमवार से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि पूरी तरह वातानुकूलित 12 डिब्बों वाली यह ट्रेन चकदाह, कल्याणी, कांचरापाड़ा, नैहाटी, बैरकपुर, खरदाह, सोदपुर, दमदम और बिधाननगर स्टेशन पर रुकेगी।
भाषा संतोष रंजन
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