SIR Rules: भूलकर भी न भरें दो जगहों से SIR फॉर्म, वरना हो सकती है बड़ी सजा, जानें क्या है नियम

SIR Rules: इन दिनों कई राज्यों में SIR की प्रोसेस चल रही है। दो जगह से SIR फॉर्म भरने पर नियमों का उल्लंघन माना जाता है। ऐसा करने वालों को बड़ी सजा भुगतनी पड़ सकती है।

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  • Publish Date - November 20, 2025 / 08:54 PM IST,
    Updated On - November 20, 2025 / 08:59 PM IST

SIR Rules, image source: X post

HIGHLIGHTS
  • एक से ज्यादा जगह SIR फॉर्म भरना अपराध
  • डिजिटल सिस्टम में छिप नहीं पाएगी डबल एंट्री
  • किसी भी व्यक्ति का नाम दो जगह दर्ज न रहे

SIR Rules: देश के नौ राज्यों और तीन केंद्र शासित प्रदेशों में वोटर सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया चल रही है। उत्तर प्रदेश में यह अभियान 4 नवंबर से शुरू होकर 4 दिसंबर तक चलेगा। सभी जिलों में अधिकारी तैनात कर दिए गए हैं, ताकि काम सही ढंग से पूरा हो सके।

एक से ज्यादा जगह SIR फॉर्म भरना अपराध

चुनाव आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि कोई भी मतदाता दो अलग-अलग जगहों से SIR फॉर्म न भरे। यदि कोई व्यक्ति दो क्षेत्रों से फॉर्म जमा करता है, तो यह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1950 की धारा 31 के तहत अपराध माना जाएगा। इस स्थिति में दोषी व्यक्ति को एक साल तक की जेल, या जुर्माना, या दोनों सजाएं हो सकती हैं। दो जगह नाम है? तय करें कहाँ वोटर बने रहना है।

यदि किसी मतदाता का नाम गांव और शहर दोनों जगह दर्ज है, तो उसे यह चुनना होगा कि वह किस स्थान का मतदाता बने रहना चाहता है। उसी पते से फॉर्म जमा करना अनिवार्य होगा। नए शहर में रहने वाले लोग वर्तमान पते के आधार पर ही SIR फॉर्म भरें।

डिजिटल सिस्टम में छिप नहीं पाएगी डबल एंट्री

उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया कि अब डिजिटल सिस्टम इतना मजबूत है कि किसी भी मतदाता की दोहरी प्रविष्टि तुरंत पकड़ में आ जाएगी। इसलिए फॉर्म भरने से पहले यह तय करना जरूरी है कि आपका आवेदन केवल एक ही जगह से जमा हो। SIR प्रक्रिया का मुख्य लक्ष्य यह है कि किसी भी व्यक्ति का नाम दो जगह दर्ज न रहे। मतदाता सूची पूरी तरह अपडेट और सटीक रखी जाए।

किन राज्यों में चल रहा है SIR?

SIR का दूसरा चरण इन 9 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों में सक्रिय है। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, गुजरात, गोवा, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, अंडमान-निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप, पुडुचेरी। कुल 321 जिलों और 1843 विधानसभा क्षेत्रों में यह प्रक्रिया एक साथ चल रही है।

महत्वपूर्ण तिथियाँ (UP SIR 2025–26)

4 नवंबर – 4 दिसंबर 2025 : SIR प्रक्रिया

9 दिसंबर 2025 – 8 जनवरी 2026 : आपत्तियाँ और दावे

31 जनवरी 2026 : सत्यापन पूरा

7 फरवरी 2026 : अंतिम मतदाता सूची जारी

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SIR क्या है और क्यों चलाया जा रहा है?

SIR यानी विशेष गहन पुनरीक्षण—यह चुनाव आयोग की प्रक्रिया है जिसमें मतदाता सूचियों को अपडेट किया जाता है। इसका उद्देश्य है: डुप्लीकेट नाम हटाना नए मतदाताओं को शामिल करना पुराने/स्थानांतरित मतदाताओं के रिकॉर्ड ठीक करना

क्या एक व्यक्ति दो जगह से SIR फॉर्म भर सकता है?

नहीं। दो जगह से SIR फॉर्म भरना कानूनन अपराध है। यह लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम, धारा 31 का उल्लंघन माना जाता है।

यदि किसी ने गलती से दो जगह फॉर्म भर दिया तो क्या सजा हो सकती है?

कानून के अनुसार, दोषी पाए जाने पर: एक साल तक की जेल, या जुर्माना, या दोनों हो सकते हैं।

अगर मेरा नाम गांव और शहर दोनों जगह दर्ज है तो मुझे क्या करना चाहिए?

आपको यह चुनना होगा कि आप किस स्थान का मतदाता बने रहना चाहते हैं। उसी पते से SIR फॉर्म भरना अनिवार्य है। डबल एंट्री सख्ती से वर्जित है।