चंडीगढ़, 31 जुलाई (भाषा) लद्दाख में हुए एक हादसे में जान गंवाने वाले दो सैनिकों का बृहस्पतिवार को उनके पैतृक स्थलों पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
लेफ्टिनेंट कर्नल भानु प्रताप सिंह मनकोटिया और लांस दफादार दलजीत सिंह की मौत उस समय हो गई जब एक विशाल चट्टान उनकी गाड़ी पर गिर गया। इस हादसे में तीन अन्य अधिकारी घायल हुए।
यह दुर्घटना बुधवार को पूर्वी लद्दाख के दुरबुक के पास चारबाग इलाके में हुई, जो लेह से करीब 200 किलोमीटर दूर स्थित है।
लेफ्टिनेंट कर्नल मनकोटिया और लांस दफादार दलजीत सिंह के पार्थिव शरीर को बृहस्पतिवार सुबह उनके पैतृक स्थल पठानकोट और गुरदासपुर के शमशेरपुर गांव लाया गया।
कर्तव्य निर्वहन के दौरान जान गंवाने वाले सैनिकों को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए बड़ी संख्या में शोक संतप्त लोग उनके घरों पर एकत्र हुए।
दलजीत सिंह के पिता ने बताया कि बेटे ने मंगलवार को अपनी मां से बात की थी और घर बनाने के लिए एक मिस्त्री ढूंढने को कहा था।
उन्होंने बताया, “उसने फोन रख दिया, वह वापस फोन करेगा।”
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सैनिकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
पठानकोट में लेफ्टिनेंट कर्नल मनकोटिया के अंतिम संस्कार में पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री लालचंद कटारूचक्क और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
हादसे में घायल हुए अधिकारियों की पहचान मेजर मयंक शुभम, मेजर अमित दीक्षित और कैप्टन गौरव के रूप में हुई है।
ये सभी अधिकारी दुरबुक से चोंगताश की ओर प्रशिक्षण यात्रा पर जा रहे सैन्य काफिले में थे।
भाषा राखी रंजन
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