संबलपुर (ओडिशा), 18 नवंबर (भाषा) अलग कोशल राज्य के गठन की मांग को लेकर कोशल राज्य मिलिटा क्रियानुष्ठान कमेटी द्वारा शनिवार को पश्चिमी ओडिशा में बुलाए गए 12 घंटे के बंद का मिलाजुला असर रहा और कई व्यावसायिक प्रतिष्ठान बंद रहे।
पश्चिमी ओडिशा के बरगढ़, बलांगीर, सोनपुर, नुआपाड़ा और कालाहांडी जिलों में बंद के कारण सरकारी और निजी कार्यालय, शैक्षणिक संस्थान, बैंक, दुकानें और बाजार बंद रहे। यात्री बसें भी सड़कों से नदारद रहीं।
झारसुगुड़ा, देवगढ़ और सुंदरगढ़ जिले में बंद का कोई असर नहीं रहा।
बंद से संबलपुर जिले के कुचिंडा और रिराखोल इलाकों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ लेकिन संबलपुर जिला मुख्यालय शहर काफी हद तक अप्रभावित रहा। संबलपुर के अईंठापाली में कुछ बंद समर्थकों ने सड़क अवरुद्ध की, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां से हटा दिया।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) संजय कुमार ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘बंद शांतिपूर्ण रहा और पश्चिमी ओडिशा के किसी भी हिस्से में किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।’’
कोशल राज्य मिलिटा क्रियानुष्ठान कमेटी के नेता प्रमोद मिश्रा ने दावा किया कि बंद सफल रहा।
उन्होंने कहा, ‘‘कुछ राजनीतिक समूहों सहित सभी क्षेत्रों के लोगों ने बंद को समर्थन दिया। हम नए राज्य के गठन तक यह आंदोलन जारी रखेंगे।’’
कोशला मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष सागर चरण दास ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने हमेशा पश्चिमी ओडिशा क्षेत्र की अनदेखी की है।
भाषा शफीक माधव
माधव