ऐसे लोगों को नहीं लगवानी चाहिए कोरोना वैक्सीन, जानें फैक्टशीट की खास बातें

ऐसे लोगों को नहीं लगवानी चाहिए कोरोना वैक्सीन, जानें फैक्टशीट की खास बातें

ऐसे लोगों को नहीं लगवानी चाहिए कोरोना वैक्सीन, जानें फैक्टशीट की खास बातें
Modified Date: November 29, 2022 / 08:34 pm IST
Published Date: April 26, 2021 10:29 am IST

नईदिल्ली। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में वैक्सीन संक्रमण से बचाव का एक अहम उपाय है, सरकार द्वारा 1 मई से 18 वर्ष से ऊपर की आयु वालों को वैक्सीन लगाने का ऐलान कर दिया गया है, दूसरी तरफ अभी भी कई लोगों में वैक्सीन को लेकर आशंका है कि वैक्सीन लगवानी चाहिए कि नहीं? एक्सपर्ट्स के मुताबिक कुछ मामलों में वैक्सीन लगवाने से बचना चाहिए। 

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खबरों के मुताबिक कुछ मामलों में वैक्सीन के साइड इफेक्ट सामने हैं, इसके बाद कोविशील्ड और कोवैक्सीन की तरफ से फैक्टशीट जारी की गई है, इसमें बताया गया है कि किन लोगों को ये वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए। कोवैक्सीन और कोविशील्ड ने अपनी फैक्टशीट में कहा है कि यदि किसी व्यक्ति को वैक्सीन के किसी विशेष इनग्रिडिएंट से एलर्जी है तो उन्हें ये वैक्सीन नहीं लेनी चाहिए। 

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यदि पहली डोज के बाद रिएक्शन सामने आ रहे हैं और कोरोना का घातक संक्रमण और तेज बुखार है तो ऐसे में भी वैक्सीन न लगवाएं, इसके अलावा कोवैक्सीन और कोविशील्ड की फैक्टशीट में गर्भवती महिलाओं और ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को भी वैक्सीन नहीं लगवाने की सलाह दी गई है। 

दोनों दवा कंपनियों की फैक्ट शीट में कहा गया है कि वैक्सीन लगवाने से पहले अपने हेल्थकेयर प्रोवाइडर को सेहत संबंधी सारी जानकारियां दें, अपनी मेडिकल कंडीशन बताने के बाद ही वैक्सीन लगवाएं। 

(नोटः किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचने से पहले हमेशा किसी विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श करें, इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है)


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com