Pahalgam Terror Attack: ‘ऐसी याचिकाओं से सुरक्षाबलों का गिरता है मनोबल’, पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इंकार, कही ये बात

Pahalgam Terror Attack: 'ऐसी याचिकाओं से सुरक्षाबलों का गिरता है मनोबल', पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इंकार, कही ये बात

Pahalgam Terror Attack: ‘ऐसी याचिकाओं से सुरक्षाबलों का गिरता है मनोबल’, पहलगाम आतंकी हमले से जुड़ी याचिका पर सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इंकार, कही ये बात

Pahalgam Terror Attack | Photo Credit: IBC24

Modified Date: May 1, 2025 / 04:18 pm IST
Published Date: May 1, 2025 4:17 pm IST
HIGHLIGHTS
  • सुप्रीम कोर्ट ने पहलगाम हमले की न्यायिक जांच की मांग को अस्वीकार किया।
  • 22 अप्रैल को बैसरन (पहलगाम) में हुए आतंकी हमले में अधिकतर पर्यटक मारे गए
  • प्रधानमंत्री ने हमलावरों को "कल्पना से परे" सजा देने की बात कही

नयी दिल्ली: Pahalgam Terror Attack उच्चतम न्यायालय ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की न्यायिक जांच कराने की मांग वाली जनहित याचिका पर विचार करने से इनकार कर दिया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे। न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति एन कोटिश्वर सिंह की पीठ ने पहलगाम हमले की जांच की निगरानी के लिए एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की नियुक्ति की मांग करने वाले याचिकाकर्ताओं से नाखुशी जताते हुए कहा कि सेवानिवृत्त न्यायाधीश विशेषज्ञ नहीं होते।

Read More: Owaisi on Caste Census: जाति जनगणना पर ओवैसी के मोदी सरकार से सवाल.. पूछा, कब शुरू करेंगे और कब तक पूरा करेंगे”? बताएं’..

Pahalgam Terror Attack पीठ ने कहा, ‘‘इस महत्वपूर्ण समय में, देश के प्रत्येक नागरिक ने आतंकवाद से लड़ने के लिए हाथ मिलाया है। क्या आप इस तरह की जनहित याचिका दायर करके सुरक्षा बलों का मनोबल गिराना चाहते हैं? इस तरह के मुद्दे को न्यायिक क्षेत्र में न लाएं।’’ याचिकाकर्ता फतेश कुमार साहू और अन्य को जनहित याचिका वापस लेने के लिए कहा गया। शीर्ष अदालत ने याचिकाकर्ताओं से कहा कि वे इस मुद्दे की संवेदनशीलता को समझें और अदालत में ऐसी कोई प्रार्थना न करें जिससे सुरक्षा बलों का मनोबल गिरे।

 ⁠

Read More: Election Commission New Initiatives: मतदाता सूचियों की सटीकता में सुधार लाने चुनाव आयोग ने की तीन नई पहल, जानें यहां 

पीठ ने एक याचिकाकर्ता से कहा, ‘‘आप उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से जांच करने के लिए कह रहे हैं। वे जांच में विशेषज्ञ नहीं हैं, वे केवल किसी मुद्दे पर निर्णय ले सकते हैं। हमें आदेश पारित करने के लिए मत कहिए। आप जहां जाना चाहते हैं, वहां जाएं। बेहतर होगा कि आप याचिका वापस ले लें।’’ जनहित याचिका में केंद्र और जम्मू कश्मीर प्रशासन को पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था।

Read More: Weather news Today: आग उगल रहा सूरज, तापमान पहुंचा 45 डिग्री के पार, गर्मी से लोगों का हाल बेहाल 

गत 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने अनंतनाग जिले के पहलगाम के ऊपरी इलाकों में लोकप्रिय पर्यटन स्थल बैसरन में गोलीबारी की, जिसमें 26 लोग मारे गए, जिनमें से अधिकतर दूसरे राज्यों से आए पर्यटक थे। इस घटना ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव को बढ़ा दिया है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जोर देकर कहा है कि हमलावरों को ऐसी कड़ी सजा दी जाएगी, जिसकी उन्होंने कल्पना तक नहीं की होगी।


सामान्यतः पूछे जाने वाले प्रश्नः

लेखक के बारे में

IBC24 डिजिटल में कंटेंट राइटर के रूप में कार्यरत हूं, जहां मेरी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति सहित प्रमुख विषयों की खबरों की कवरेज और प्रस्तुति है। वर्ष 2016 से डिजिटल पत्रकारिता में सक्रिय हूं और अब तक 8 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य करते हुए न्यूज़ राइटिंग और डिजिटल टूल्स में दक्षता हासिल की है। मेरे लिए पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है—सटीक, तेज और असरदार जानकारी पाठकों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। बदलते डिजिटल दौर में खुद को लगातार अपडेट कर, कंटेंट की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।