ससुराल से निकाली गई महिला कहीं भी दर्ज करा सकती है मुकदमा, क्षेत्राधिकार को लेकर SC का अहम फैसला

ससुराल से निकाली गई महिला कहीं भी दर्ज करा सकती है मुकदमा, क्षेत्राधिकार को लेकर SC का अहम फैसला

ससुराल से निकाली गई महिला कहीं भी दर्ज करा सकती है मुकदमा, क्षेत्राधिकार को लेकर SC का अहम फैसला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:05 pm IST
Published Date: April 9, 2019 9:11 am IST

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने विवाहित महिलाओं को लेकर अहम फैसला सुनाया है। शीर्ष कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि ससुराल से निकाली गई महिला उनके खिलाफ उस जगह पर ही मुकदमा दर्ज कर सकती है जहां वह रह रही है।

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चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की बैंच ने अधिकार क्षेत्र के संबंध में अहम फैसला सुनाया जहां एक विवाहित महिला दहेज उत्पीड़न और प्रताड़ना के मामले में अलग रह रहे अपने पति और ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा सकती है। जहां वह वर्तमान में निवास कर रही है।
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गोगोई की अध्यक्षता वाली पीठ ने फैसले को और स्पष्ट करते हुए कहा कि जहां महिला शादी के पहले और बाद में रह रही थी, जिस जगह पर उसने शरण ले रखी है वहां से भी वह विवाह संबंधी मामले दर्ज करा सकती है। सुप्रीम कोर्ट के इल फैसले से ये क्लियर हो गया है कि अब महिला जिस जगह भी रह रही है वो वहीं से विवाह संबंधी मामले दर्ज करा सकती है। शीर्ष न्यायालय का निर्णय उत्तर प्रदेश निवासी रुपाली देवी की याचिका पर आया है।


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