chardham yatra registration 2025: चारधाम यात्रा में इस बार श्रद्धालुओं का ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन भी होगा पंजीकरण..जानें पूरी खबर

Chardham Yatra registration2025: इस बार चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं का ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन पंजीकरण भी होगा

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  • Publish Date - February 5, 2025 / 11:10 PM IST,
    Updated On - February 6, 2025 / 12:09 AM IST
HIGHLIGHTS
  • श्रद्धालुओं के ऑनलाइन पंजीकरण के साथ-साथ 40 फीसदी ऑफलाइन पंजीकरण
  • यात्री पंजीकरण की व्यवस्था में बदलाव का निर्णय

ऋषिकेश: chardham yatra registration 2025 उत्तराखंड में अप्रैल में शुरू होने वाली चार धाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं के ऑनलाइन पंजीकरण के साथ ही ऑफलाइन पंजीकरण भी किए जाएंगे ताकि इंटरनेट का उपयोग नहीं कर पाने वाले तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी न उठानी पड़े ।

अधिकारियों ने यहां बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर यहां यात्रा ट्रांजिट कैंप परिसर में गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पाण्डे की अध्यक्षता में आयोजित एक बैठक में यात्रा प्रशासन ने पिछली गलतियों से सबक लेते हुए इस बार यात्री पंजीकरण की व्यवस्था में बदलाव का निर्णय लिया है।

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बैठक में तय किया गया कि श्रद्धालुओं के ऑनलाइन पंजीकरण के साथ-साथ 40 फीसदी ऑफलाइन पंजीकरण भी किए जाएंगे ताकि देहात से आने वाले श्रद्धालुओं को इसके झंझट से मुक्ति मिल सके। पिछली बार केवल ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था से यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी थी।

अधिकारियों ने बताया कि बैठक में यह भी तय किया गया कि यात्रियों को पंजीकरण कराने के बाद दिए जाने वाले ‘स्लॉट’ में यात्रा क्रम का विशेष ध्यान रखा जाएगा। उनके अनुसार उदाहरण के लिए चारों धाम की यात्रा करने वालों को यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ के क्रम में ‘स्लॉट’ दिए जाएंगे। बैठक में गढ़वाल मंडल आयुक्त ने लोक निर्माण विभाग को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए कि चारधाम यात्रा मार्गों पर सभी कार्य 15 अप्रैल तक पूरे कर लिए जाएं।

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अधिकारियों ने बताया कि बैठक में मौजूद पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल मंडल, राजीव स्वरुप से परामर्श के बाद पाण्डे ने इस बार यात्रा मार्ग पर हर दस किलोमीटर पर चीता पुलिस या ‘हिल पेट्रोलिंग यूनिट’ का दस्ते की तैनाती का भी निर्णय लिया। यह दस्ता मार्ग पर लगने वाले जाम एवं दुर्घटनाओं की स्थिति में तेजी से सक्रिय होगा । बैठक में यात्रा मार्ग पर आने वाले जिलों के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक मौजूद थे ।

इस साल तीस अप्रैल को अक्षय तृतीया के पर्व पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू होगी । बदरीनाथ मंदिर के कपाट चार मई को खुलेंगे जबकि केदारनाथ धाम के खुलने की तिथि महाशिवरात्रि के पर्व पर तय की जाएगी ।

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चारधाम यात्रा 2025 – टॉप 5 अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)

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1. चारधाम यात्रा 2025 के लिए पंजीकरण कैसे करें?

उत्तर: तीर्थयात्री ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से पंजीकरण कर सकते हैं। ऑनलाइन पंजीकरण उत्तराखंड पर्यटन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जा सकता है। ऑफलाइन पंजीकरण यात्रा ट्रांजिट कैंप और विभिन्न पंजीकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगा।

2. चारधाम यात्रा की शुरुआत और समाप्ति तिथियां क्या हैं?

उत्तर: चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ होगी। केदारनाथ धाम के कपाट की तिथि महाशिवरात्रि पर तय होगी, और बदरीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे। यात्रा आमतौर पर अक्टूबर-नवंबर तक चलती है।

3. चारधाम यात्रा के दौरान सुरक्षा और सुविधाओं की क्या व्यवस्था होगी?

उत्तर: प्रशासन ने इस बार हर 10 किलोमीटर पर चीता पुलिस या हिल पेट्रोलिंग यूनिट तैनात करने का निर्णय लिया है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में तेजी से मदद मिलेगी। साथ ही, ट्रैफिक और मेडिकल सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की जाएगी।

4. चारधाम यात्रा के लिए किन दस्तावेजों की आवश्यकता होगी?

उत्तर: पंजीकरण के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक होंगे: आधार कार्ड या कोई अन्य सरकारी पहचान पत्र पंजीकरण की पुष्टि (ई-पास) कोविड-19 दिशानिर्देश (यदि लागू हों) मेडिकल फिटनेस प्रमाणपत्र (केदारनाथ यात्रा के लिए विशेष रूप से आवश्यक)

5. चारधाम यात्रा का अनुशंसित यात्रा क्रम क्या है?

उत्तर: उत्तराखंड सरकार के निर्देशानुसार, चारधाम यात्रा का अनुशंसित क्रम इस प्रकार है: यमुनोत्री गंगोत्री केदारनाथ बदरीनाथ इस क्रम को अपनाने से यात्रा सुचारू रूप से संपन्न होगी।

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