नाबालिग लड़कियों को दासी बनाकर करता था बलात्कार, 50 हजार का इनामी फर्जी बाबा गिरफ्तार

नाबालिग लड़कियों को दासी बनाकर करता था बलात्कार, 50 हजार का इनामी फर्जी बाबा गिरफ्तार

  •  
  • Publish Date - July 2, 2021 / 08:41 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:01 PM IST

बस्ती। पिछले कई सालों से फरार और पुलिस के साथ आँख मिचौली करने वाला 50 हजार का इनामी बलात्कारी बाबा सच्चिदानंद को लखनऊ की एसटीएफ टीम ने अमरोहा से अरेस्ट करके बस्ती पुलिस को सौंप दिया है। बाबा पर जिले के कोतवाली थाना में बलात्कार समेत अन्य धाराओं में 6 और लालगंज थाने में एक मुकदमा दर्ज है। 2017 से बस्ती पुलिस को बाबा सच्चिदानंद उर्फ दयानंद की तलाश थी। बस्ती में अमहट पुल के पास बने संत कुटीर आश्रम के बाबा सच्चिदानंद पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम घोषित किया था।

ये भी पढ़ें: मंच पर गिरने को लेकर बोले ऊर्जा मंत्री तोमर, ‘हो सकता है मुझे अहंकार आया हो..इसलिए यह घटना हुई’

इस बलात्कारी बाबा के कई नाम हैं, सच्चिदानंद उर्फ दयानंद उर्फ भक्तानंद उर्फ प्रशांत कुमार उर्फ संत कुमार जैसे उसके अनेक नाम हैं। मीठापुर, गुमटी गया परमा बिहार के रहने वाले इस बलात्कारी बाबा के बस्ती में कई आश्रम थे। बाबा के ऊपर अपनी ही शिष्याओं, साध्वियों के बलात्कार और यौन उत्पीड़न करने का आरोप है। कई वर्षों से फरार बाबा के आश्रम की तत्कालीन सीओ सिटी आलोक सिंह ने कुर्की तक की थी लेकिन बाबा पुलिस के हाथ नहीं लगा था। बाबा सच्चिदानंद का जाल देश के कई राज्यों में फैला हुआ है।

ये भी पढ़ें: पूरे परिवार की हत्या कर खेत में दफनाया था शव, प्रशासन ने जमींदोज की आरोपियों की संपत्ति

बाबा सच्चिदानंद भोली भाली जनता के साथ पहले पूजा पाठ का नाटक करवाता था फिर नाबालिग लड़कियों को अपने यहां दासी बनवाता था, फिर लड़कियों के यौन शोषण का सिलसिला शुरू हो जाता था, इस घिनौनी करतूत में बाबा के साथ कुछ साध्वी भी शामिल थीं। बाबा कहता था बाबा के साथ रहने से मोक्ष की प्राप्ति होगी। झारखंड उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ युवतियों ने विरोध किया और आश्रम से बाहर आकर थाना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया, लगातार मुकदमों से आहत होकर बाबा ने युवतियों के घरवालों के ऊपर उल्टा मुकदमा दर्ज करा दिया। कुछ युवती ऐसी हैं जिनके बाप भाई फर्जी मुकदमे में जेल की सजा भुगत रहे हैं।

ये भी पढ़ें: देश में कोरोना के 46,617 नए मामले, मरीजों के ठीक होने की दर 97% के पार